बूस्टर डोज और बच्चों के टीकाकरण को लेकर जल्द आएगी एक व्यापक नीति, कोविड-19 टास्क फोर्स के अध्यक्ष ने दिए संकेत
कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन के खतरे के बीच कोविड-19 टास्क फोर्स के अध्यक्ष डा. एनके अरोड़ा ने सोमवार को बताया कि टीकाकरण अभियान पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (National Technical Advisory Group on Immunisation, NTAGI) की ओर से अगले दो हफ्ते में अतिरिक्त और बूस्टर डोज के संबंध में एक व्यापक नीति सार्वजनिक की जाएगी। यही नहीं 18 साल से कम उम्र के 44 करोड़ बच्चों के टीकाकरण की व्यापक योजना भी जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी।
डा. एनके अरोड़ा ने बताया कि एनटीएजीआई अगले जल्द ही कोविड रोधी वैक्सीन की बूस्टर और अतिरिक्त खुराक पर एक व्यापक नीति लाने जा रही है। जहां तक बच्चों के टीकाकरण का सवाल है तो इसमें किन बच्चों को प्राथमिकता दी जाए इसको लेकर प्रक्रिया चल रही है ताकि बीमारियों के साथ जूझ रहे बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए कोविड रोधी वैक्सीन दी जा सके। बीमार बच्चों के टीकाकरण के बाद स्वस्थ बच्चों को कोविड रोधी टीके लगाए जाने पर विचार होगा।
किसे, कब और किस प्रकार के टीके की जरूरत है नई नीति इस संबंध में होगी। जहां तक कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन का सवाल है तो हमारे पास अभी समय है। इसका फायदा यह होगा कि इस वैरिएंट के बारे में हमें और जानकारी मिल जाएगी। यही नहीं मौजूदा टीकों की प्रासंगिकता और प्रभावशीलता भी स्पष्ट हो जाएगी।
डा. एनके अरोड़ा ने कहा कि कोविड रोधी वैक्सीन की बूस्टर डोज और अतिरिक्त खुराक के बीच एक अंतर है। वैक्सीन की बूस्टर डोज दो प्राथमिक खुराक के बाद निर्धारित अवधि में दी जाती है जबकि अतिरिक्त खुराक केवल उन लोगों को दी जाती है जिन्हें प्राथमिक खुराक के बाद भी उनमें वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा विकसित होने में समस्या आ रही है। यदि किसी व्यक्ति में एंटीबाडी या प्रतिरक्षा नहीं बन रही है तो उसको अतिरिक्त खुराक दी जा सकती है। ये दो अलग-अलग चीजें हैं।
बच्चों के टीकाकरण के मुद्दे पर अरोड़ा ने कहा कि जैसा कि मैं बार-बार कह रहा हूं कि बच्चे हमारी सबसे महत्वपूर्ण संपत्ति हैं। हमने 18 साल से कम उम्र के अपने 44 करोड़ बच्चों के टीकाकरण के लिए एक व्यापक योजना विकसित की है। एक प्राथमिकता प्रक्रिया बनाई जा रही है ताकि टीकाकरण में विभिन्न बीमारियों से ग्रसित बच्चों को प्राथमिकता दी जाए। इस योजना को बहुत जल्द सार्वजनिक किया जाएगा। ZyCoV-D, Covaxin, Corbevax और फिर mRNA वैक्सीन बच्चों के लिए उपलब्ध हैं। मैं दोहराना चाहूंगा कि बच्चों के लिए भी पर्याप्त मात्रा में टीके उपलब्ध होंगे।