डोज की कमी नहीं, पर टीकाकरण में सुस्त पड़े राज्य, जानिए देश में टीकाकरण की क्या है मौजूदा स्थिति
केंद्र सरकार ने एक दिन पहले ही तीसरी लहर से बचने के लिए सतर्क रहने और सभी जरूरी एहतियात के लिए अलर्ट किया है। लेकिन एकबारगी राज्यों की सुस्ती ने सवाल खड़ा कर दिया है। 31 दिसंबर तक तक सभी वयस्कों के पूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। अक्टूबर में प्रतिदिन औसतन लगभग 62 लाख डोज ही लग पा रही हैं। जबकि सितंबर में औसतन लगभग 79 लाख डोज प्रतिदिन लगी थीं।
शुक्रवार सुबह के आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश के पास 80 लाख, बिहार के पास 61 लाख, हरियाणा के पास 16 लाख, पंजाब के पास 7.6 लाख, दिल्ली के पास 13 लाख, मध्यप्रदेश के पास 72 लाख, छत्तीसगढ़ के बाद 18 लाख, झारखंड के पास 22 लाख, जम्मू-कश्मीर के पास 5.76 लाख, हिमाचल प्रदेश के पास तीन लाख, राजस्थान के पास 31 लाख, पश्चिम बंगाल के पास 40 लाख, महाराष्ट्र के पास 68 लाख और तमिलनाडु के पास 33 लाख डोज उपलब्ध थीं। जो गति है उसमें औसतन राज्यों के पास एक महीने से ज्यादा का टीका मौजूद है। जैसे मध्य प्रदेश में अक्टूबर में प्रतिदिन टीकाकरण की रफ्तार महज 1.4 लाख है। इस रफ्तार से 72 लाख डोज खत्म होने में डेढ़ महीने से अधिक लग जाएंगे। इसी तरह से प्रतिदिन एक लाख डोज के टीकाकरण के साथ झारखंड के पास 22 दिनों का स्टाक जमा हो गया है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अन्य राज्यों की हालात भी कमोवेश ऐसी ही है। केंद्र सरकार की कोशिश है कि प्रतिदिन 80 लाख से उपर डोज लगें लेकिन राज्यों की सुस्ती चिंताजनक है।
गौरतलब है कि पिछले महीने चार दिन ऐसे रहे जिस दिन एक करोड़ से अधिक डोज लगाई गईं। इसमें प्रधानमंत्री की जन्मतिथि पर तो 2.51 करोड़ डोज लगाई गई थीं। अंतिम बार एक करोड़ से अधिक डोज 27 सितंबर को लगाई गईं। उसके बाद यह आंकड़ा 80 लाख को भी नहीं छू पाया है। जबकि हकीकत यह है कि अभी तक 18 साल से अधिक उम्र के 67.70 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी गई हैं, जिनमें से 26.15 करोड़ को दोनों डोज लगी हैं। माना जा रहा है कि देश में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों की संख्या लगभग 94 करोड़ है। जाहिर है अब भी 26 करोड़ ऐसे हैं, जिन्हें वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगी है। जबकि 41 करोड़ से अधिक लोगों को दूसरा डोज लगना बाकी है।
वैक्सीन का निर्यात शुरू
वैक्सीन के बढ़ते उत्पादन और राज्यों में टीकाकरण की धीमी रफ्तार को देखते हुए केंद्र सरकार ने इसके निर्यात की इजाजत दे ही है। शुरुआत में बांग्लादेश, नेपाल, ईरान और म्यांमार को वैक्सीन निर्यात किया जाएगा। इनमें बांग्लादेश, नेपाल और म्यांमार को कोविशील्ड की 10-10 लाख डोज और ईरान को कोवैक्सीन की 10 लाख डोज निर्यात की जाएगी। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि देश में टीकाकरण की रफ्तार को देखते हुए आने दिनों में निर्यात की जाने वाली डोज की संख्या बढ़ाई जा सकती है और इसमें अन्य देशों को शामिल किया जा सकता है। ध्यान देने की बात है कि अप्रैल में दूसरी लहर के दौरान सरकार ने वैक्सीन निर्यात को प्रतिबंधित कर दिया था।