पुण्यतिथि पर डॉ0 कलाम के विचारों पर चर्चा कर किया गया याद
महोबा। मुख्यालय के राजमहल पैलेश में ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम की पुण्य तिथि के अवसर मलक फाउंडेशन के तत्वाधान में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अशुमन धुन्ना सचिव विधिक सेवा प्रधिकरण के द्वारा की गई
आयोजित संगोष्ठी में स्व ए0 पी0 जे0 अब्दुल कलाम के व्यक्तित्व विचारों एवं विजन 2020 के बारे में चर्चा कर उन्हें याद किया गया। आयोजित कार्यक्रम के दौरान विधिक सेवा प्रधिकरण के सचिव द्वारा उनके जीवन की विस्तार से चर्चा करते हुए बताया गया कि डॉ0 अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 में तमिलनाडु में हुआ था उन्होंने सन 1954 में भौतिक विज्ञान से स्नातक किया। वर्ष 1960 में मद्रास इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग की पढाई पूरी की। डॉ0 कलाम ने पहल सेटेलाइट लांच विहीकल तथा पी0एस0एल0वी0 को बनाने में व् सन 1998 में पोखरन में हुए न्यूक्लियर टेस्ट में अहम् योगदान दिया। सन 2002 में उन्हें भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में चुना गया। उन्हें मिशाएल मैन ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाता है। उन्होंने हमेशा देश को प्रगति के पथ पर ले जाने की बात कही। उनके पास भविष्य का का एक स्पष्ट खाका था जिसे उन्होंने अपनी पुस्तक इण्डिया 2020 : ए विजन फार दी न्यूमिलेनियम में प्रस्तुत किया। इसी पुस्तक में उन्होंने लिखा कि भारत को 2020 तक एक विकसित देश और नॉलेज सुपर वॉर बनना होगा। उनका कहना था कि देश की तरक्की में मीडिया को गंभीर भूमिका निभाने की जरुरत है। डॉ0 कलाम एक प्रख्यात वैज्ञानिक, प्रशासक, शिक्षाविद, और लेखक के तौर पर हमेशा याद किये जायेंगे और देश की वर्तमान एवं आने वाली कई पीढियां उनके प्रेरित व्यक्तितत्व, एवं महान कार्यो से प्रेरणा लेती रहेगी। इस दौरान मलक फाउंडेशन के चेयरमेन इसरार पठान, समाजसेवी शिवकुमार गोस्वामी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।