तीसरी लहर में बच्चों को इलाज में नहीं होगी दिक्कत : मुख्य चिकित्साधिकारी स्वास्थ्य कर्मियो को दिया पिड्रियाट्रिया कोविड केयर का प्रशिक्षण दो दिवसीय प्रशिक्षण में 30 स्वास्थ्य कर्मी हुए शामिल
महोबा। तीसरी लहर का बच्चों पर सर्वाधिक असर पड़ने की आशंका है, बच्चों के इलाज में किसी तरह की दिक्कत न आए, इसके लिए शासन ने पहले ही सभी जिलों के स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया है। बच्चों की जिदगी बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बाल रोग विशेषज्ञ समेत अन्य स्टाफ को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। सीएमओ सभागार में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण में कोविड-19 प्रबंधन में बाल चिकित्सा देखभाल के टिप्स दिए गए।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा.एमके सिन्हा ने बताया कि कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर के दृष्टिगत जनपद की सभी पांच सीएचसी कबरई, चरखारी, पनवाड़ी, जैतपुर व कुलपहाड़ में 12-12 बेड के पीकू ( पिडियाट्रिक आईसीयू) वार्ड तैयार किए गए हैं। इसके अलावा जिला अस्पताल में भी पिडियाट्रिक वार्ड बनकर लगभग तैयार हो गया है। इन सभी वार्डो में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर इत्यादि लगाए गए हैं। सभी जरूरी सामान भी पहुंचाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि अब प्रशिक्षण देकर आखिरी तैयारी हो रही है।
प्रशिक्षक डा. आनंद कुमार ने कहा कि बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। जिस प्रकार से कोरोना संक्रमण अपना स्वरूप बदल रहा है वह बच्चों के लिए बहुत घातक साबित हो सकता है। बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए अभी से तैयारी कर ली गई हैं। उन्होंने बच्चे संक्रमित होने पर उसे पिड्रियाट्रिक वार्ड में भर्ती करने और उपचार के टिप्स दिए। बच्चे की स्थिति गंभीर होने पर आईसीयू व वेंटीलेटर में इलाज की विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षक कृपाराम, स्टाफ नर्स दीप्ती सचान व नर्स मेंटर रौली यादव ने भी टिप्स दिए।
प्रशिक्षण के नोडल/एसीएमओ डा. विनोद चौहान ने बताया कि दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में 30 स्वास्थ्यकर्मियों को ट्रेनिंग दी गई। इस मौके पर एसीएमओ डा.योगेंद्र राजावत, मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. आरपी मिश्रा, डा. सुनील सचान सहित डाक्टर व नर्स उपस्थित रहीं।