Coronavirus Effect on Holi Festival: कोरोना की यही रफ्तार रही तो होलियारों की मस्ती पर लग सकता है पहरा
इस सप्ताह कोरोना दूनी रफ्तार से बढ़ रहा है। विभिन्न स्रोतों से मिल रही खबर ने एक बार फिर लोगों के होश उड़ा दिए हैं तो स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन भी चौकन्ना हो गया है। इसी महीने के आखिरी दिनों में होली पर्व भी है। ऐसे में कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या ऐसे ही बढ़ती रही तो तय है की होली पर कुछ पाबंदियां हो सकती हैं।
सामूहिक डांस, मस्ती पर असमंजस
कुछ प्रशासनिक सूत्र कहते हैं कि होली पर्व को अभी छह दिन बचे हैं। कोरोना के नए संक्रमित बढ़ तो रहे हैं लेकिन इसका होली पर क्या असर पड़ेगा यह उच्च स्तरीय मीटिंग तय करेगी। फिलहाल संक्रमितों की तादाद बढ़ी और महाराष्ट्र से आने वाले लोगों की कोरोना हिस्ट्री मिली तो होली पर सार्वजनिक रूप से रंग खेलने पर कुछ पाबंदियां हो सकती हैं। जिस तरह से समूह में इकट्ठे होकर होलियारे डांस और मस्ती करते हैं उस परंपरा पर पहरा होने की संभावना रहेगी। हालांकि यह अंदेशा 50-50 है।
फिजिकल डिस्टेंस सख्ती से हो सकता है लागू
कोरोना के चलते फिजिकल डिस्टेंस रखना जरूरी है जिससे कि किसी कोरोना संक्रमित से चेन न बन सके। जबकि होली पर लोग एक दूसरे को हाथों से रंग लगाते हैं। कोरोना की मौजूदा रफ्तार एक दो दिन में थम गई तो ठीक नहीं तो होली के अवसर पर लोगों की सुरक्षा के लिहाज से सार्वजनिक स्थान, सड़क, प्रमुख चौराहों पर फिजिकल डिस्टेंस लागू कराकर होली की औपचारिकता कराए जाने के आसार हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने कस ली कमर
कोरोना की रफ्तार दो दिनों में दूनी हो जाने पर स्वास्थ्य विभाग ने एक्सपर्ट डॉक्टरों को पिछले साल जैसी ड्यूटी निभाने को तैयार रहने को कहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रभाकर राय और मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉक्टर एसपी सिंह का कहना है कि स्थिति अभी कंट्रोल में है। मौसम दिन में गर्मी रात में हल्की सर्दी वाला है इसलिये तमाम लोग साधारण वाइरल बुखार से भी ग्रसित हो रहे हैं। फिर भी कोरोना के मामले यदि ज्यादा बढ़े तो स्वास्थ्य महकमा हर चुनौतियों का सामना करेगा।