Lucknow University में शुरू होंगे शैव दर्शन और सौंदर्य शास्त्र के कोर्स, 2.69 करोड़ से बन रहा नया भवन
लखनऊ विश्वविद्यालय में करोड़ों की लागत से बन रहे अभिनव गुप्त संस्थान में एमए शैव दर्शन और सौंदर्य शास्त्र पाठ्यक्रम के रूप में छात्र पढ़ सकेंगे। इसके अलावा इन कोर्स में पीएचडी शुरू कराने की भी तैयारी है। अभी तक यह पीजी में एक-एक पेपर के रूप में संस्कृत के विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता है। अब इसे विस्तार देने के लिए योजना बनाई गई है। विश्वविद्यालय के न्यू कामर्स विभाग के पीछे अभिनव गुप्त संस्थान अगस्त 1968 में बना था। इसकी स्थापना उस समय संस्कृत विभाग के हेड रहे प्रो. डा. कांतिचंद्र पांडेय ने की थी। दिसंबर 1968 में इसका उद्घाटन भी हो गया था। कला संकायध्यक्ष प्रो. बृजेश कुमार शुक्ला ने बताया कि यहां अभी तक एमए संस्कृत में शैव दर्शन और सौंदर्य शास्त्र का एक-एक पेपर शामिल था। अब एमए में इन दोनों विषयों का अलग कोर्स तैयार करने पर काम शुरू कर दिया है, ताकि छात्र इसके बारे में ठीक से जान सकें। साथ ही इन कोर्सों में पीएचडी भी शुरू कराने की योजना है। अभी तक भारत में कहीं भी इन कोर्सों में पीएचडी नहीं कराई जाती है।
16-17 फरवरी को मिल जाएगा नया भवन
लविवि में बने अभिनव गुप्त संस्थान के नए भवन के लिए वर्ष 2018 में पूर्व कुलपति प्रो. एसपी सिंह के समय में शासन से 2 करोड़ से ज्यादा का बजट मिला था। तब से यह भवन बनाया जा रहा है। तीन मंजिल के इस भवन में कई बड़े कमरे, लाइब्रेरी सहित हाल की सुविधा मिलेगी। निर्माण कार्य लगभग पूरा होने वाला है। राजकीय निर्माण निगम ने 16 से 17 फरवरी तक इसे लविवि को हैंडओवर करने की समय सीमा तय की है।