Hathras Case: CBI की चार्जशीट के बाद प्रियंका व अखिलेश का Yogi आदित्यनाथ सरकार पर हमला
हाथरस के चंदपा थाना क्षेत्र के बूलगढ़ी गांव में दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद मौत के मामले में सीबीआइ ने शुक्रवार को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। सीबीआइ की इस चार्जशीट में चारों आरोपितों के खिलाफ गंभीर मामला बनाने के बाद विपक्ष ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा किया है।
हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में करीब दो महीने बाद सीबीआई शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल कर दी। सीबीआई ने 22 सितंबर को पीड़िता के आखिरी बयान को आधार बनाते हुए चार्जशीट दाखिल की है और इसके बाद का निर्णय कोर्ट के ऊपर छोड़ा है। इस केस की जांच अधिकारी सीमा पाहुजा और सीबीआई के अफसर आज हाथरस जिला कोर्ट पहुंचे। सीबीआई ने एससी/एसटी कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। कोर्ट ने चार्जशीट पर संज्ञान लिया है। इसको लेकर प्रियंका गांधी के साथ ही अखिलेश यादव ने इसको लेकर ट्वीट किया है।
प्रियंका ने कहा कि एक तरफ सरकार सरंक्षित अन्याय था। दूसरी तरफ परिवार की न्याय की आस थी। हाथरस में पीड़िता का शव जबरदस्ती जला दिया गया।
एक तरफ सरकार सरंक्षित अन्याय था।
दूसरी तरफ परिवार की न्याय की आस थी।
पीड़िता का शव जबरदस्ती जला दिया गया। पीड़िता को बदनाम करने की कोशिशें हुईं। परिवार को धमकाया गया।
लेकिन अंततः सत्य की जीत हुई।
पीड़िता को बदनाम करने की कोशिशें हुईं। परिवार को धमकाया गया, लेकिन अंतत: सत्य की जीत हुई।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी हाथरस केस पर सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि अखिलेश यादव ने लिखा कि हाथरस कांड में उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी जनता, विपक्ष व सच्चे मीडिया के दबाव से सीबीआई जांच बैठानी ही पड़ी।
‘हाथरस कांड’ में उप्र की भाजपा सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी जनता, विपक्ष व सच्चे मीडिया के दबाव से सीबीआई जांच बैठानी ही पड़ी. अब पीड़िता के अंतिम बयान के आधार पर चारों अभियुक्तों के ख़िलाफ़ चार्जशीट दाखिल हुई है.
भाजपा सरकार से बिना लड़े कुछ भी नहीं मिलता न इंसाफ़, न हक़.
अब पीड़िता के अंतिम बयान के आधार पर चारों अभियुक्तों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हुई है। भाजपा सरकार से बिना लड़े कुछ भी नहीं मिलता न इंसाफ, न हक।
गौरतलब है कि हाथरस के चंदपा थाना क्षेत्र के बूलगढ़ी गांव में 14 सितंबर को पीडि़ता अपने गांव के ही खेत में गंभीर हालत में मिली थी। इसके बाद में उसे अलीगढ़ के अस्पताल और उसके बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पीडि़ता ने अपने ही गांव के चार लड़कों पर गंभीर आरोप लगाया था। पुलिस ने चारों को तत्काल गिरफ्तार कर लिया था।