05 November, 2024 (Tuesday)

उत्तर प्रदेश में गायों की मौत पर प्रियंका गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को घेरा, लिखा पत्र

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव तथा उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश की गौशाला में गायों की मौत के प्रकरण पर सीएम योगी आदित्यनाथ पर बड़ा हमला बोला है। सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में गायों की मौत की फोटो वायरल होने के बाद प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  को एक पत्र भी लिखा है।

प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश से आई मृत गायों की तस्वीरों को देखकर विचलित होकर मैं यह पत्र माननीय मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार को लिख रही हूं। यह तो सिर्फ एक तस्वीर है, प्रदेश की कई गौशालाओं में यही स्थिति है। समस्या को सुलझाने के मॉडल मौजूद हैं। गौमाता की देखभाल के घोषणाओं के साथ-साथ योजनाओं को अमलीजामा पहनाना जरूरी है।

प्रियंका गांधी ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया है। मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र में प्रियंका गांधी ने लिखा कि ललितपुर के सौजना से आई गौमाता के शवों की तस्वीरों को देखकर मन विचलित हो गया है। अभी इसकी जानकारी नहीं मिली है कि इन गायों की मौत किन परिस्थितियों में हुई है, लेकिन इन तस्वीरों से लग रहा है कि चारा-पानी नहीं मिलने की वजह से ही यह मौतें हुई हैं। इनको देखकर लगता है कि इन सभी की कई दिनों की भूख और प्यास से धीरे-धीरे काफी पीड़ादायक मौतें हुई हैं।

प्रियंका गांधी ने कहा है कि दुखद ये भी है कि यह इस तरह की पहली तस्वीर नहीं है। इससे पहले भी प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से ऐसी तस्वीरें मिलती रही हैं। हर बार इन पर कुछ देर के लिए चर्चा होती है, लेकिन इन मासूम जानवरों की देखभाल के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते। सवाल उठता है कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है।

उत्तर प्रदेश से आई मृत गायों की तस्वीरों को देखकर विचलित होकर मैं यह पत्र माननीय मुख्यमंत्री, यूपी सरकार को लिख रही हूं। प्रदेश की कई गौशालाओं में यही स्थिति है। इस समस्या को सुलझाने के मॉडल मौजूद हैं। गौमाता की देखभाल के घोषणाओं के साथ साथ योजनाओं को अमलीजामा पहनाना जरूरी है।

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प्रियंका गांधी ने कहा कि सत्ता में आने के समय आपने गौ-वंश की रक्षा और गौशालाएं बनवाने की बात की थी, लेकिन वास्तविकता यही है कि इस संदर्भ में आपकी घोषणाओं के बावजूद सरकार के प्रयास पूरी तरह से विफल रहे हैं। प्रदेश में गायों की भलाई के नाम पर गौवंश की दुर्दशा की जा रही है। यहां गौशालाएं खोली गईं, मगर सच यह है कि वहां गौ-वंश को चारा और पानी नहीं सिर्फ असंवेदनशीलता मिलती है। भ्रष्ट अफसर और गौशाला संचालक पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। पूरे प्रदेश में हर दिन न जाने कितनी गाएं भूखी प्यासी मर रही हैं।प्रियंका गांधी ने पत्र में कहा है कि जहां गौशालाएं इस परिस्थिति में हैं, वहां आवारा पशुओं की भी भयंकर समस्या बनी पड़ी है। किसान पूरी तरह से हलकान हैं। रात-रात भर जागकर अपनी फसलों की रक्षा कर रहे हैं। इन फसलों की रक्षा के लिए हजारों-लाखों खर्च कर खेतों की तारबंदी करवानी पड़ रही है। प्रियंका ने इसके साथ ही कहा कि गांधीजी गाय को करुणा का काव्य मानते थे। यह करोड़ों भारतीयों की मां है, वो मानते थे कि गौरक्षा का अर्थ केवल गाय की रक्षा नहीं है बल्कि उन सभी जीवों की रक्षा है जो असहाय और दुर्बल हैं।

मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में प्रियंका गांधी ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की इस योजना में गौवंश संवर्धन, खेती बाड़ी को दुरुस्त करने, पर्यावरण, अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने, नदी-नालों को पुनर्जीवित करने, खुले में घूमते पशुओं की देखभाल, ऑर्गैनिक खाद बनाने इत्यादि के लिए कार्य किया जा रहा है।  गोधन न्याय योजना के तहत छत्तीसगढ़ सरकार ने दो रुपए किलो गोबर खरीदने की शुरुआत की है। अभी हर महीने औसतन 15 करोड़ रुपए का गोबर खरीदा जा रहा है। प्रियंका गांधी ने पत्र में बताया है कि छत्तीसगढ़ में गौशालाओं के जरिए यह गोबर ख़रीदकर उसे वर्मी कम्पोस्ट में परिवर्तित किया जा रहा है। वर्मी कम्पोस्ट को आठ रुपए की दर से सरकारी एजेंसियों और निजी उपभोक्ताओं को बेचा जा रहा है। धीरे-धीरे गौशालाएँ आत्मनिर्भर हो रही हैं। उन्होंने लिखा है कि गोधन न्याय योजना से दो लाभ हो रहे हैं। एक तो गोबर बेचने के लिए लोग अपनी गायों को घरों पर रखकर चारा खिला रहे हैं। इससे पशुओं के आवारा घूमने पर रोक लगी है। दूसरा ऐसे पशु जिनके मालिक नहीं हैं, गौशालाओं में रखे जा रहे हैं। ‘गोधन न्याय योजना’ से लाभान्वित होने वालों में आधे से अधिक महिलाएँ हैं और बड़ी संख्या में पिछड़े वर्ग के बेरोजगार हैं।

महासचिव प्रियंका गांधी ने पत्र के अंत मे लिखा है कि आप भी गौवंश की सुरक्षा और भलाई चाहते हैं इसीलिए मैं आपको यह पत्र लिख रही हूँ ताकि हमारे प्रदेश में गौवंश के प्रति इस तरह का अत्याचार न हो। मैं समझती हूँ कि इन बातों से अवगत करना धार्मिक और नैतिक आधार पर मेरी ज़िम्मेदारी बनती है। कांग्रेस महासचिव ने पत्र में लिखा है कि कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार ने इस मामले को ‘गोधन न्याय योजना लागूकर बहुत अच्छी तरह से सुलझाया है। शायद उनसे उत्तर प्रदेश सरकार प्रेरणा ले सकती है और गाय के प्रति हम सब अपनी सेवा भावना को क़ायम रख सकते हैं। हम ऐसी भीषण परिस्थितियों में गायों को जीने और मरने को मजबूर होने से बचा सकते हैं और अपने किसानों की वास्तविक मदद भी कर सकते हैं।

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