व्रत में दिन भर चाय पीते रहने की आदत पहुंचा सकती हैं सेहत को कई सारे नुकसान
आह…आज कितना थका देने वाला दिन था, मुझे चलते रहने के लिए एक कप चाय चाहिए। एक कप चाय मिलेगी क्या? अकसर हमारे घरों में चाय को लेकर ऐसी आवाजें आती हैं और व्रत वाला दिन हो तो समझो कि चाय का पतीला दिन भर चूल्हे पर चढ़ा ही रहता है। वैसे तो ज्यादा चाय पीना सेहत के लिए नुकसानदायक होता ही है लेकिन व्रत में बिना कुछ खाए सिर्फ चाय पे चाय पिए जा रहे हैं तो ये और ज्यादा खराब चीज है।
ध्यान दें इस ओर भी
अगर आपको अक्सर एसिडिटी रहती है, तो चाय पीने से बचें, क्योंकि कैफीन की उच्च मात्रा एसिडिटी के स्तर को बढ़ा देती है। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के एक अध्ययन के अनुसार, ज्यादा गर्म चाय पीने से पेट को जोड़ने वाली नलियों पर असर पड़ सकता है, जिससे कैंसर भी हो सकता है। इसके ज्यादा सेवन से नींद की समस्या होना स्वाभाविक है।
गर्भावस्था और चाय
अगर आप गर्भवती हैं तो चाय के सेवन से बचें, क्योंकि इससे बच्चे को नुकसान पहुंचता है। गर्भावस्था के दौरान एक दिन में 200 मिलीग्राम से ज्यादा कैफीन का सेवन न करें। एक कप दूध की चाय के 1-2 कप आपको तरोताजा और संतुष्ट महसूस कराते हैं। चाय के डिकैफिनेटेड संस्करण भी हैं, जो आमतौर पर बाजार में उपलब्ध हैं और इनका कम मात्रा में सेवन करना सही रहता है।
न पिएं जरूरत से ज्यादा
– जरूरत से ज्यादा चाय पीने से इनडाइजेशन की समस्या हो सकती है।
– ज्यादा चाय पीने से घबराहट और बेचैनी भी हो सकती है, क्योंकि चाय में कैफीन की मात्रा ज्यादा होती है। ऐसे में ज्यादा चाय पीना हानिकारक हो सकता है।
– खाली पेट ज्यादा चाय पीने से पेट की दिक्कत बढ़ती है और गैस्ट्रिक की समस्या हो सकती है।
– ज्यादा चाय पीने से इसके आदी बन जाना लाजिमी है, पर इसके न मिलने पर आपको थका-थका सा महसूस होने लगता है और कई बार चिड़चिड़ापन भी। इस समस्या से बचने के लिए नींबू पानी पीएं।
– ज्यादा पीने से यूरिन भी बार-बार आती है और इससे बॉडी से कई जरूरी मिनरल्स बाहर निकल जाते हैं।
– ज्यादा चाय के सेवन से त्वचा संबंधी समस्याएं भी होने लगती हैं।