लड़ाकू विमान सुखोई से दागी गई ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल, बंगाल की खाड़ी में लक्ष्य को किया ध्वस्त
भारतीय वायु सेना के सुखोई-30 युद्धक विमान ने शुक्रवार को डीआरडीओ द्वारा विकसित ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल से बंगाल की खाड़ी स्थित जहाज को ध्वस्त कर दिया। इस ऑपरेशन के लिए सुखोई विमान ने पंजाब के हलवारा एयरबेस से उड़ान भरी थी। चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच वायु सेना के लिए इसे महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि हलवारा से उड़ान भरने के बाद सुखोई-30 विमान ने हवा में ही ईधन भरते हुए बंगाल की खाड़ी का सफर तय किया। विमान ने सुबह लगभग नौ बजे उड़ान भरी थी और इसने दोपहर करीब 1.30 अपने लक्ष्य पर मिसाइल दाग दी। अपनी उड़ान के दौरान युद्धक विमान ने 3,500 किलोमीटर की दूरी तय की।
हाल के दिनों में यह ब्रह्मोस मिसाइल का इस तरह का सिर्फ दूसरा परीक्षण है। इससे पहले बंगाल के कलाइकुंडा एयरबेस से उड़ान भरकर अरब सागर में लक्षद्वीप के निकट अपने लक्ष्य को निशाना बनाया था। भारतीय वायु सेना के पास एक विशेष स्क्वाड्रन भी है, जो समुद्री भूमिका में है। यह स्क्वाड्रन तंजावुर में तैनात है। सुखोई विमान की दूर तक पहुंच के कारण इसे हिंद महासागर क्षेत्र का शासक भी कहा जाता है। यह स्क्वाड्रन भी ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल से लैस है।
नौसेना ने जहाज-रोधी मिसाइल का किया परीक्षण
वहीं, भारतीय नौसेना ने शुक्रवार को बंगाल की खाड़ी में अपने युद्धपोत आइएनएस कोरा से जहाज-रोधी मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। नौसेना ने ऐसा एक अभ्यास के तहत किया, जो भारत के आसपास रणनीतिक समुद्री क्षेत्र में उसकी युद्धक तैयारियों को दर्शाता है। नौसेना ने कहा कि मिसाइल ने अधिकतम सीमा पर स्थित लक्ष्य को बेहद सटीकता से निशाना बनाया। पिछले सप्ताह नौसेना ने अरब सागर में जहाज-रोधी मिसाइल द्वारा एक डूबते जहाज को अत्यंत सटीकता के साथ नष्ट करने का वीडियो जारी किया था। इस मिसाइल को आइएनएस प्रबल से दागा गया था। भारतीय नौसेना ने पूर्वी लद्दाख में सीमा गतिरोध को लेकर भारत और चीन के बीच तनाव के मद्देनजर हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी तैनाती में महत्वपूर्ण वृद्धि की है।