लखनऊ विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश की लगी रोक हटी
लखनऊ विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश की लगी रोक हटा दी गई है। कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय का दावा है कि प्रवेश प्रक्रिया इसी सप्ताह से शुरू हो जाएगी। बीते दिनों पीएचडी प्रवेश में गरीब सवर्ण वर्ग के अभ्यर्थियों को 10 प्रतिशत आरक्षण का लाभ न दिए जाने के कारण प्रक्रिया रोक दी गई थी। कुलपति ने बताया कि तैयारियां पूरी हो गई हैं। उम्मीद है कि इस सप्ताह में प्रवेश शुरू हो जाएंगे। ईडब्ल्यूएस आरक्षण को लेकर उठे विवाद के बाद विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश में भी इसे लागू कर दिया गया है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि पीएचडी की करीब 30 अतिरिक्त सीटों पर दाखिले होंगे। यह अनुमानित संख्या है। कुलपति ने बताया कि जिन विभागों में 10 या उससे ज्यादा सीट हैं उनमें ईडब्ल्यूएस वर्ग के अभ्यर्थियों को आरक्षण का लाभ मिलेगा। सीट का ब्योरा जल्द जारी किया जाएगी। उन्होंने बताया कि करीब 25 से 30 सीट बढ़ने की उम्मीद है।
इन विभागों में हैं दस या उससे ज्यादा सीट
अर्थशास्त्र (16), अंग्रेजी (21), हिन्दी (40), पर्शियन (10), दर्शनशास्त्र (16), संस्कृत (10), समाजशास्त्र (40), अप्लाइड इकोनोमिक्स (14), वाणिज्य (21), विधि (38), बॉटनी (19), केमेस्ट्री (23), जियोलॉजी (11), गणित (15), फिजिक्स (42), सांख्यिकी (10), जूलॉजी (22)