लखनऊ: चोरों के अंतरराज्यीय गिरोह का राजफाश, दो लग्जरी गाड़ी नगदी व अन्य कीमती सामान बरामद
गोमतीनगर पुलिस ने क्राइम ब्रांच की मदद से चोरों के एक अंतरराज्यीय गिरोह का राजफाश किया है। आरोपितों के बाद से दो लग्जरी कार, नगदी व अन्य कीमती सामान बरामद किए गए हैं। गिरोह ने 15 दिन पहले एल्डिको ग्रीन में हुई चोरी की घटना को अंजाम दिया था, तब से पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही थी।
डीसीपी पूर्वी चारू निगम के मुताबिक मूल रूप से हरियाणा के ग्राम खेड़ी कनौना जिला महेंद्रगढ़ निवासी सोमवीर उर्फ सोनू और जयपुर के अर्चना नगर मुरलीपुरा निवासी आलोक चौमाल उर्फ लोकेश को गिरफ्तार किया गया है। गिरोह का सरगना आलोक है, जिसका मुख्य साथी मानेसर गुड़गांव निवासी सतपाल सिंह चौहान उर्फ फौजी है, जो अभी फरार है।
सतपाल इंटरनेट के जरिए वीआइपी कॉलोनी का पता लगाता था। इसके बाद लग्जरी गाड़ी से कॉलोनी के भीतर साथियों के साथ पहुंचा था, जिससे उनपर कोई शक नहीं करता था। इसके बाद आरोपित 20 से 25 मिनट के भीतर चोरी की घटना को अंजाम देकर भाग निकलते थे। सतपाल को सभी गुरुजी कहकर बुलाते थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सतपाल सिंह चौहान कारगिल युद्ध के बाद सेना से मेडिकल अनफिट होने के कारण घर लौट आया था।
सतपाल पर हत्या, लूट, डकैती, चोरी नकबजनी समेत अलग-अलग राज्यों में 100 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। सतपाल बेहद शातिर है और वह अपने पास कभी मोबाइल फोन नहीं रखता है। यही नहीं आरोपित सतपाल ने अपने नाम से कोई संपत्ति भी नहीं खरीदी है। वह अपने साथियों व रिश्तेदारों के खाते में रुपये जमा करता है। वहीं चोरी व लूट के जेवर व बैंक के लॉकर में जमा करा देता है। छानबीन में पता चला है कि सतपाल ने बैंक में जमा सोने पर कुछ लोन भी ले रखा है। गिरोह के सरगना आलोक ने पुलिस को बताया कि एल्डिको ग्रीन में चोरी की रकम उसने बैंक में जमा कर रखी है। आरोपितों ने नौ लाख 75 हजार रुपये में चोरी के जेवर बेचे थे, जिसमें आलोक, सोमवीर और उसके साथी दीपक को डेढ़-डेढ़ लाख रुपये मिले थे। पुलिस ने आरोपितों के पास से 16 हजार सात सौ रुपये भी बरामद किए हैं।