01 November, 2024 (Friday)

राष्‍ट्रपति पद से हटने के बाद डोनाल्‍ड ट्रंप को हो सकती है जेल! जानें- क्‍या कहते हैं विशेषज्ञ

अमेरिका में राष्‍ट्रपति चुनाव के परिणाम पूरी दुनिया जान चुकी है। अब ये तय है कि मौजूदा राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के व्‍हाइट हाउस में दिन केवल 20 जनवरी 2021 तक ही कटेंगे। लेकिन इसके बाद क्‍या? ये सवाल इसलिए जरूरी है क्‍योंकि डोनाल्‍ड ट्रंप पर जो आरोप लगे हैं उनसे छुटकारा पाना उनके लिए मुश्किल जान पड़ता है। इस सवाल का जवाब तलाशने की वाजिब वजह इसलिए भी बनी है क्‍योंकि बीते वर्ष दिसंबर से ही इसको लेकर चर्चा जोरों पर हो रही है। न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स से लेकर दूसरे अखबारों में इसको लेकर कई तरह की खबरें सामने आई हैं और इस पर संपादकीय तक लिखे गए हैं। ऐसे में ये जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर उनके ऊपर क्‍या आरोप हैं। इससे पहले आपको बता दें कि अमेरिका के संविधान के मुताबिक वर्तमान राष्‍ट्राध्‍यक्ष होने के नाते उनके ऊपर सदन की अनुमति से महाभियोग तो चलाया जा सकता है लेकिन आपराधिक मामला नहीं चलाया जा सकता है।

डोनाल्‍ड ट्रंप पर राष्‍ट्रपति पद पर रहते हुए कथित तौर पर हुए घोटाले करने का आरोप है। इसके अलावा उनके ऊपर कर चोरी, बैंक से धोखाधड़ी,मतदाता धोखाधड़ी और चुनाव में धोखाधड़ी का भी आरोप लगा है। एनवाईटी की एक खबर के मुताबिक इन आरोपों की वजह से ट्रंप को जबरदस्‍त वित्तीय घाटा तक हो सकता है और ये उनके कारोबार के लिए अच्‍छा नहीं होगा। उनके लिए ये इसलिए भी बुरा है क्‍योंकि उन्‍हें बैंकों का 30 करोड़ डॉलर का कर्ज अभी चुकाना बाकी है। जहां तक मतदाता में धोखाधड़ी का आरेाप है तो आपको बता दें कि ये आरोप उन पर वर्ष 2018 में अमेरिकी अटॉर्नी ने लगाया था। उन्‍होंने ट्रंप के साथ उनके सहयोगी माइल कोहेन को भी इसकी गड़बड़ी का दोषी पाया था। इसके अलावा ट्रंप पर स्‍टॉर्मा डैनियल्‍स ने भी शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया है। उनका ये भी कहना है कि ट्रंप ने उन्‍हें चुप रहने के लिए पैसे तक दिए थे। हालांकि इस तरह के आरोप कुछ और महिलाओं ने भी ट्रंप पर लगाए हैं।

हालांकि इतने सारे आरोपों के बाद भी ऑब्‍जरवर रिसर्च फाउंडेशन के प्रोफेसर हर्ष वी पंत नहीं मानते हैं कि ट्रंप को जेल जाना पड़ सकता है। उनका कहना है कि अमेरिकी इतिहास में ऐसा कोई वाकया नहीं है जब किसी राष्‍ट्रपति को जेल जाना पड़ा हो। वहीं रिकार्ड निक्‍सन को तो वाटरगेट कांड में पूरी तरह से माफी दी गई थी। उन्‍होंने ये भी कहा कि राष्‍ट्रपति रहते हुए डेमोक्रेट्स ने ट्रंप को पद से हटाने और महाभियोग चलाने की पूरी कोशिश की लेकिन वो इसमें कामयाब नहीं हो सके। वहीं चुनाव के बाद ट्रंप की स्थिति कमजोर नहीं हुई है। उन्‍हें देश में 47 फीसद वोट हासिल हुए हैं। हालांकि वो दोबारा राष्‍ट्रपति नहीं बन सकेंगे। लेकिन इसका अर्थ ये भी नहीं है कि वो वर्ष 2024 के चुनाव में दोबारा प्रत्‍याशी नहीं बन सकते हैं। यदि राष्‍ट्रपति पद से हटने के बाद उन्‍हें किसी हालत में जेल जाना पड़ता है तो ये बाइडन के लिए भी अच्‍छा नहीं होगा।

प्रोफेसर पंत का कहना है कि बाइडन एक ऐसे अमेरिका की कमान संभालने वाले हैं जहां पर पूरा मुल्‍क दो धड़ों में बंटा हुआ है। ऐसे में बाइडन इस तरह का रिस्‍क लेना नहीं चाहेंगे और मुमकिन है कि ट्रंप को माफी भी मिल जाए। जहां तक ट्रंप के ऊपर एक्‍ट्रेस के लगाए आरोपों की बात है तो वो बीते कुछ समय से चल रहा है। न्‍यायिक प्रक्रिया के तहत होने वाली किसी सुनवाई पर बतौर राष्‍ट्रपति बाइडन अंकुश नहीं लगाएंगे। वहीं यदि इन आरोपों के तहत उन्‍हें किसी तरह की सजा होती है तो भी उन्‍हें माफी देने का अधिकार बाइडन को हासिल है। लिहाजा, दोनों ही सूरत में ट्रंप जाने की संभावनाएं काफी कम हैं। उनके मुताबिक यदि ऐसा होता भी है तो ये भविष्‍य में बाइडन के लिए मुश्किलें पैदा करने वाला फैसला होगा।

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