योगिनी एकादशी पर बन रहे 6 संयोग, इस विधि से करें भगवान विष्णु की पूजा
नर्मदापुरम. आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है. धर्म शास्त्रों में वर्णित है कि योगिनी एकादशी व्रत करने से व्यक्ति पर भगवान विष्णु की कृपा बरसती है. इस साल 2 जुलाई को योगिनी एकादशी मनाई जाएगी. ज्योतिषाचार्य पंडित पंकज पाठक ने लोकल 18 को बताया कि इस वर्ष 6 संयोगों में योगिनी एकादशी मनाई जाएगी.
इन संयोगों में जो भी व्यक्ति भगवान विष्णु तथा मां लक्ष्मी का विधि विधान से पूजन करते हैं, उन सभी व्यक्तियों को अनजाने में किए हुए पापों से मुक्ति मिलेगी. साथ ही जो व्रत रखता है, उन्हें मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. इस बार योगिनी एकादशी तिथि पर कई मंगलकारी योग बन रहे हैं. जिनसे साधक को कई गुना फल की प्राप्ति होगी.
योगिनी एकादशी शुभ मुहूर्त
आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि इस बार 1 जुलाई को सुबह 10: 30 मिनट पर प्रारंभ होगी और इसी प्रकार दूसरे दिन 2 जुलाई को सुबह 08:42 मिनिट पर समाप्त होगी. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, दिन की शुरुआत उदया तिथि के अनुसार की जाती है. इसी प्रकार योगिनी एकादशी 2 जुलाई को मनाई जाएगी. इसके बाद 3 जुलाई को पारण का समय सुबह 05:30 मिनिट से लेकर 07:05 तक है. इस समय में व्यक्ति को पूजन पाठ करने के बाद व्रत को खोला जा सकता है.
योगिनी एकादशी पर बन रहे योग
आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी मतलब योगिनी एकादशी पर धृति योग का निर्माण सुबह से 11:50 मिनट तक रहेगा. इसके बाद दुर्लभ त्रिपुष्कर योग सुबह 08:45 मिनट से प्रारंभ होकर अगले दिन 3 जुलाई को सुबह 04:35 मिनट तक रहेगा. सर्वार्थसिद्धि योग 05:30 मिनट से अगले दिन 04:35 मिनट तक रहेगा. इस समय में भगवान का पूजन पाठ करना अति शुभ होगा. इस दिन बालव, कौलव और तैतिल करण के भी योग बन रहे हैं.
इसके अलावा योगिनी एकादशी पर शिववास योग का निर्माण हो रहा है. इस दिन भगवान शिव सुबह 08:45 मिनट तक कैलाश पर रहेंगे. इसके बाद नंदी महाराज पर सवार रहेंगे. इस समय भगवान शंकर की पूजा और अभिषेक करने से व्यक्ति के सुख और सौभाग्य में बढ़ोतरी होती है. साथ ही शुभ कार्यों में सफलता प्राप्त होती है. इस दिन व्यक्ति को कई गुना फल की प्राप्ति भी होगी.