मुख्यमंत्री के रूप में जेल जाना ये बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण :CM मोहन यादव
ED ने गुरुवार को शराब घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को PMLA के तहत गिरफ्तार (Arvind Kejriwal Arrest) कर लिया. आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल की गिरफ्तार को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. मामले पर सुनवाई जारी है. इधर, उनकी गिरफ्तार पर सियासत शुरु हो गई है. बीजेपी नेताओं ने ईडी की कार्रवाई को सही करार दिया है. इसी बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Dr. Moahan Yadav) का भी बयान सामने आया है.
सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की गिरफ्तारी पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, “..यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक सीएम के रूप में वह जेल जा रहे हैं. पद का इतना लालच अरविंद केजरीवाल को शोभा नहीं देता. उन्हें सीएम पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.”
केजरीवाल को पद का मद: CM मोहन
उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल को पद का मद है. इससे उनको बाहर आना चाहिए. केजरीवाल के जेल से सरकार चलाने पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में जेल जाना ये बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि अपने देश का इतिहास है कि जब किसी पर कोई आरोप लगता है तो वो सबसे पहले अपना इस्तीफा देता है. जब तक आरोप से बरी न हो जाए, तब तक वो अपना दायित्व नहीं लेता.
लाल बहादुर से आडवाणी ने दिया था इस्तीफा: CM मोहन
मोहन यादव ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री से लेकर लालकृष्ण आडवाणी तक किसी ने अपना दायित्व नहीं लिया. जब उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी का एक डायरी में झूठा नाम आया था. तब उन्होंने तुरंत सभी पदों से इस्तीफा दिया था. यहां तक कि सांसद पद तक से भी इस्तीफा दिया और कोर्ट को फेस किया. कोर्ट को फेस करने के बाद ही ये डिसाइड हुआ कि वो पार्टी का चुनाव लड़े और बाद में वो पदाधिकारी हुए.
केजरीवाल स्वत: दें इस्तीफा: CM मोहन
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं मानकर चलता हूं कि लोकतंत्र में अगर किसी के ऊपर उंगली उठ रही है और उसके ही पार्टी के ही दो-दो मंत्री इसी आरोप में जेल में बंद हैं, जिन्हें लगातार प्रयास करने के बाद भी हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट कहीं से जमानत नहीं मिली. शराब कांड के मामले में जब केजरीवाल के पास 9 बार समन गए, वो हाईकोर्ट गए और जब हाई कोर्ट ने रिलीफ नहीं दी, तो ऐसे में स्वतः इस्तीफा देकर पहले अपने ऊपर लगे आरोप को फेस करते और बरी होने के बाद वो अपनी सरकार चलाते.