ब्रिटेन ने कहा- गोपनीय कानूनी मामले के खत्म होने तक विजय माल्या का भारत को प्रत्यर्पण नहीं
ब्रिटेन का कहना है कि विजय माल्या को भारत को तब तक प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा जब तक कि एक गोपनीय कानूनी मामले का समाधान नहीं हो जाता है। ब्रिटेन ने कहा कि वह इस मामले को जितनी जल्दी हो सके सुलझाने की कोशिश कर रहा है।
विजय माल्या ब्रिटेन की सुप्रीम कोर्ट में प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील हार चुका
उल्लेखनीय है कि इसी साल मई में भगोड़ा कारोबारी विजय माल्या ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में मनी लांड्रिंग व हजारों करोड़ की धांधली के मामले में भारत में प्रत्यर्पण के खिलाफ अपनी अपील हार चुका है। उसके बाद से भारत लगातार ब्रिटेन पर माल्या के प्रत्यर्पण के लिए दबाव बना रहा है। ब्रिटेन की सर्वोच्च अदालत के फैसले से 64 वर्षीय माल्या को बड़ा झटका लगा है। चूंकि वह अप्रैल में हाईकोर्ट में भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील भी ठुकरा चुका है।
माल्या को प्रत्यर्पित करने से पहले एक कानूनी मुद्दा है जिसे सुलझाना होगा
ब्रिटेन की कार्यकारी हाई कमिश्नर जैन थाम्पसन ने ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में बताया कि माल्या को प्रत्यर्पित करने से पहले आगे भी एक कानूनी मुद्दा है जिसे सुलझाना होगा। यह एक कानूनी मामला है। इसलिए इस पर टिप्पणी करना फिलहाल मेरे लिए उचित नहीं होगा। थाम्पसन ने कहा कि यह एक कानूनी मुद्दा है। इसके सुलझने तक प्रत्यर्पण नहीं हो सकता है। मैं इस बारे में और ज्यादा नहीं कह सकती हूं। ना ही मैं इस बात का अंदाजा लगा सकती हूं कि इसके सुलझने में कितना अधिक वक्त लग जाएगा, लेकिन हम इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाने की पूरी कोशिश करेंगे।