थिएटर, सिनेमा, जिम, रेस्तरां और बार के लिए नए नियम लागू

इसी तरह इटली में भी थिएटर, सिनेमा, जिम, रेस्तरां और बार के लिए नए नियम लागू किए गए हैं। साल की शुरुआत में लगे लॉकडाउन के बाद से यूरोप के देशों की अर्थव्यवस्था पहले ही बुरी हालत में हैं। साथ ही लोग भी नियमों से ऊब गए हैं। ऐसे में कई जगहों पर इन नियमों के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। इटली की राजधानी रोम में उग्रदक्षिणपंथी गुटों ने कर्फ्यू के खिलाफ रात में सड़कों पर प्रदर्शन किए। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने आगजनी की और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। स्पेन और इटली में रोजाना औसतन 20 हजार नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं।

बर्लिन के लिए मुश्किल वक्त

ऐसा ही जर्मन राजधानी बर्लिन में भी देखा गया जहां करीब 2,000 लोग प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर निकले। इन प्रदर्शनों के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन तो नहीं ही हुआ, बहुत से लोगों ने मास्क भी नहीं पहनने का फैसला किया। इस दौरान लोग हमें हमारी आजादी वापस चाहिए के नारे लगाते देखे गए। प्रदर्शनकारियों में ना केवल युवा, बल्कि वृद्ध लोग भी थे। साथ ही बच्चों समेत परिवारों ने भी इनमें हिस्सा लिया। इससे पहले 10,000 लोगों की एक और रैली की भी योजना थी लेकिन पुलिस ने यह कह कर आयोजन नहीं होने दिया कि प्रदर्शन करने के लिए भी कोरोना के नियमों का पालन करना जरूरी है।

जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि हमारे सामने बहुत, बहुत ही मुश्किल महीने हैं। उन्होंने गर्मियों की छुट्टियों के लिए देश के बाहर जाने वालों को बढ़ती संक्रमण दर के लिए जिम्मेदार बताया। मैर्केल ने साफ कहा कि कम से कम फरवरी तक जर्मन लोग किसी भी तरह के उत्सव नहीं मना पाएंगे। जर्मनी में क्रिसमस के दौरान अकसर लोग अपने परिवारों से मिलने जाते हैं, मौजूदा हालात को देखते हुए लगता है कि दिसंबर तक क्रिसमस से जुड़े नए नियम लागू किए जाएंगे।