पीएम मोदी का सपना वर्ष 2025 तक देश में 20% एथेनॉल का उत्पादन होने लगे



कानपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि वर्ष 2025 तक देश में 20% एथेनॉल का उत्पादन होने लगे. ताकि, इसे फ्यूल में इस्तेमाल किया जा सके. लेकिन अभी देश में जो एथेनॉल बनाया जा रहा है वह 12 से 13 प्रतिशत है. इसके लिए अब कानपुर के नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट ने एक खास योजना बनाई है. यहां पर मीठी चरी और चुकंदर से एथेनॉल तैयार किया जाएगा.
इसके लिए विशेष जर्मनी से सीड मांगे जाएंगे और वहां के विशेषज्ञों के साथ मिलकर तैयार किया जाएगा. यहां पर उनकी क्रशिंग की जाएगी और यहीं पर एथेनॉल तैयार किया जाएगा. लैब स्तर पर इसकी टेस्टिंग पूरी हो चुकी है और परिणाम बेहद अच्छे आए हैं. अब इसको इंडस्ट्रियल लेवल पर करने की तैयारी कर ली गई है.
यह है नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट की योजना
एथेनॉल के उत्पादन के लिए नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट जर्मनी की एक फर्म के साथ करार करने जा रहा है. इसके तहत जर्मनी द्वारा नेशनल शुगर इंस्टिट्यूट को मीठी चरी और चुकंदर के सीड दिए जाएंगे, जिसमें वहां के विशेषज्ञ भी शामिल होंगे. यहां पर उन्हें उगाया जाएगा और यहीं पर उनको क्रश करके उससे एथेनॉल का उत्पादन किया जाएगा.
शुगर इंस्टीट्यूट में ही होगी सारी प्रक्रिया
एथेनॉल के उत्पादन के लिए यहीं पर 10 एकड़ में मीठी चरी की खेती कराई जाएगी और 15 एकड़ में चुकंदर की फसल उगाई जाएगी. बाद में इंस्टीट्यूट के अंदर बने नैनो डिस्टलरी प्लांट में इसको क्रश कर एथेनॉल का उत्पादन किया जाएगा.
यह बोले डायरेक्टर
नेशनल शुगर इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर प्रोफेसर डी स्वान ने बताया कि प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के 20% एथेनॉल के 2025 तक उत्पादन करने के लिए हमने खास तैयारी की है. इसके लिए ऐसे आइटम को चुना गया है, जो नॉन फूड आइटम्स है. इसमें मीठी चारी शामिल है. इसके साथ ही स्वीट रूट जो एक चुकंदर की प्रजाति होती है. ये आमतौर पर खाने में इस्तेमाल नहीं होती है. इन दोनों फसलों से अब एथेनॉल का उत्पादन किया जाएगा. इसमें जर्मनी के विशेषज्ञ और यहां के वैज्ञानिक दोनों मिलकर साथ काम करेंगे.