पिछले 50 सालों में सबसे ज्यादा गर्म रहीं अक्टूबर महीने की रातें, नवंबर में तापमान में आएगा बदलाव
अक्टूबर महीने की रातें पिछले 50 वर्षो में सबसे ज्यादा गर्म रिकार्ड की गई। इसी अवधि के दौरान औसतन मासिक न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान के लिहाज से इसे तीसरा सबसे गर्म माह पाया गया। भारत मौसम विभाग ने गुरुवार को यह जानकारी दी है। नवंबर में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, असम, ओडिशा और छत्तीसगढ़ को छोड़ पूरे देश में तापमान सामान्य के आसपास रह सकता है।
जिन राज्यों का उल्लेख किया गया है वहां तापमान सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस से एक डिग्री सेल्सियस ज्यादा रह सकता है। अक्टूबर और नवंबर माह आम तौर पर बंगाल की खाड़ी में चक्रवात की स्थिति निर्मित होने के गवाह रहे हैं। अक्टूबर में तीन चक्रवात तैयार हुए, लेकिन इनमें से एक भी तूफान का रूप नहीं ले पाया। वर्ष 1980 से आंकड़े बताते हैं कि पिछले 14 वर्षो में अक्टूबर 2020 में तूफान की स्थिति नहीं बनी। आंकड़े बताते हैं कि अक्टूबर में देश में तीन फीसद ज्यादा बारिश हुई। तूफानी स्थिति से मध्य भारत में 44 फीसद और दक्षिणी प्रायद्वीप में आठ फीसद ज्यादा बारिश हुई है।
पूरे उत्तर भारत में फिलहाल सर्दी लगातार बढ़ रही है। भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, आने वाले दिनों में धुंध का भी असर देखने को मिलेगा। हालांकि, शुक्रवार को आसमान ठीक रहेगा। स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने कहा है कि इस साल कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार हैं। शुरुआत नवंबर में ही हो गई है। इतना कम तापमान नवंबर की शुरुआत में कभी नहीं जाता। शीत लहर भी इस माह में अमूमन नहीं चलती, लेकिन इस बार इसकी भी संभावना बन रही है।
मौसम विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो 1953 से लेकर 2019 तक नवंबर की शुरुआत में इतनी ठंड नहीं पड़ी। 14 नवंबर के बाद ही न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे गया है। यही नहीं, नवंबर में शीत लहर भी आमतौर पर नहीं चलती।