पर्यावरण संरक्षण और लैंगिक समानता जागरूकता के लिए साइकिल फॉर चेंज चैलेंज का किया आयोजन



वाराणसी । आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार के आईटीडीपी एवं फिट इंडिया के तत्वावधान में शनिवार को ‘ साइकिल फॉर चेंज चैलेंज ’ का आयोजन किया गया I शनिवार की यह साइकिलिंग ‘ पर्यावरण संरक्षण ’ और ‘ लैंगिक समानता ’ (जेंडर इक्वालिटी) के मुद्दे पर लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से किया गया था I नगर आयुक्त गौरांग राठी के निर्देशन में लगातार चौथे सप्ताह यह आयोजन किया गया I
अभियान नगर निगम कमांड सेंटर से शुरू होकर मलदहिया , पांडेयपुर होते हुए सारनाथ तक गयी और फिर उसी रास्ते से लोगों को जागरूक करते हुए वापस लौटी । सारनाथ पहुंचने पर इस दल का उत्साहवर्धन सारनाथ संग्रहालय के सहायक पुरातत्व अधिकारी डॉ. नीतेश सक्सेना ने किया और कहा कि जल्द ही वो भी साइकिलिंग के लिए टीम को ज्वाइन करेंगे । साइकिलिंग में उपस्थित लोग पर्यावरणीय जागरूकता के लिए विभिन्न नारे लगाते हुए चल रहे थे । आयोजकों ने बताया कि आज की भागदौड़ और व्यस्त जिन्दगी में साइकिलिंग बहुत ही आवश्यक है , क्योंकि यह ना तो सेहत को स्वस्थ रखेगा बल्कि पर्यावरण को भी संवर्धित करेगा । यातायात के एक प्रमुख साधन के रूप में साइकिल का इस्तेमाल हम सभी को करना चाहिए क्योंकि इससे हम लोग न सिर्फ यातायात का दबाव कम करेंगे और पेट्रोल , डीजल का उपयोग कम करते हुए कार्बन उत्सर्जन को भी कम करेंगे , जो की पर्यावरण संवर्धन के लिए पहली आवश्यकता है । साइकिलिंग में अन्तराष्ट्रीय एथलीट नीलू मिश्रा के साथ ही जिला पर्यावरण समिति ( एनजीटी , भारत सरकार ) के सदस्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव और पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित संस्था वेस इंडिया के प्रतिनिधिगणों ने प्रतिभाग कर सभी का उत्साहवर्धन किया और कहा की साइकिलिंग को अपनी जीवनशैली का एक अंग बनायें I साइकिलिंग में अन्य कई संस्थाओं के सदस्यगण , बिजनेसमैन , छात्र छात्राएं , युवा , महिलाएं , विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारीगणों ने प्रतिभाग किया I बनारस की जनता से ज्यादा से ज्यादा भाग लेने की अपील की गयी है । प्रमुख रूप से नीलू मिश्रा, डॉ. राजेश श्रीवास्तव, पवन, सिद्धार्थ गुलाटी, कुनाल कशवानी , आयुष कपूर , हितेश , भारत , वैशाली , ओमसिंह , धर्मेन्द्र , अनुराग , मीना , संकल्प , रिषभ , प्रत्यूष , आदित्य , उत्कर्ष , गौरव , पियूष , अंकुर , एंजेला और शिवम आदि शामिल रहे I