धनुष भंग कर राम ने सीता को वरण किया
देवबंद । श्रीराम जानकी लीला समिति के तत्वाधान मे सरस्वती शिशु मंदिर जूनियर स्कूल मे आयोजित श्रीराम लीला आयोजन मे आज धनुष भंग की लीला का सुन्दर मंचन कियाकलाकारों ने दर्शकों का अपने अभिनय से मन मोह लिया । लीला मे जनक जी का किसी भी राजा से धनुष न टूटने पर चिन्तित होना एक भावनात्मक तथा द्रवित करने वाला दृष्य था । एक पिता अपनी पुत्री को लेकर कितना चिन्तित होता है, जब उसको लगता है, कि कोई योधा प्रतिज्ञा को पूरा नही कर पाया है ।
उसी समय राजा की चिन्ता को देखकर गुरू विश्वामित्र अपने शिष्य श्रीराम को धनुष की प्रत्यंचा चढाने को कहते है और श्रीराम शिव धनुष की प्रत्यंचा चढा देते है और धनुष टूट जाता है । उस समय राजा जनक की खुशी और उनके चेहरे पर एक खुशी के भाव देखने योग्य थे । लीला मे दर्शकों ने धनुष यज्ञ लीला का भरपूर आनन्द लिया ।
सरस्वती शिशु मंदिर जूनियर स्कूल की प्रबंध कारिणी तथा भाजपा के जुझारू नेता पूर्व नगर अध्यक्ष तथा सभासद गजराज सिंह राणा तथा उनके साथी प्रशन्सा के पात्र है, कि उन्होने इस धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन के लिए स्कूल प्रांगण की व्यवस्था कराई ।