तो इस वजह से कम उम्र में बच्चों को लग रहा चश्मा
आजकल छोटी उम्र से ही बच्चों को चश्मा लग रहा है. कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग द्वारा शहर के लगभग 55 स्कूलों के बच्चों की स्क्रीनिंग की गई है. इनमें से ज्यादातर बच्चों की नजर कमजोर पाई गई है और उन्हें चश्मे की जरूरत है. आइए जानिए है कि इसके पीछे की मुख्य वजह क्या है!
नेत्र रोग विभाग द्वारा शहर के लगभग 55 स्कूलों के 10,000 बच्चों की स्क्रीनिंग की गई है, कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉक्टर शालिनी मोहन ने बताया कि इसके पीछे की मुख्य वजह बच्चों द्वारा फोन का अत्यधिक इस्तेमाल करना तो है ही, साथ ही जब से कोरोना आया उसके बाद से बच्चों को ऑनलाइन क्लास भी लेनी पड़ी. इन सब वजहों से बच्चों की आंखें कमजोर हो गईं. यह प्रूवन स्टडी है. एक और मुख्य वजह यह भी है कि आजकल बच्चे धूप में बाहर नहीं निकलते, जिससे उनकी आंखों की समुचित ग्रोथ नहीं हो पा रही है.
इन बातों का रखें ध्यान
डॉक्टर शालिनी मोहन ने बताया कि बच्चों को धूप में जरूर निकलना चाहिए. इससे विटामिन-डी मिलता है, जिससे उनकी आंखों की ग्रोथ पूरी होती है. इसके साथ ही बच्चों का स्क्रीन-टाइम भी कम करना चाहिए. फोन का इस्तेमाल कम से कम होना चाहिए. बच्चों को फोन बहुत जरूरी होने पर ही दें. खाने-पीने में भी काफी ध्यान देना चाहिए, क्योंकि अगर बच्चों की आंखों में कम उम्र से ही दिक्कत हो जाती है, तो जीवनभर समस्या बनी रहती है.