होली स्पेशल ट्रेन: क्यों नहीं होती पेंट्री कार, क्यों होती हैं ये लेट! क्या है सच्चाई
होली का त्यौहार करीब आते ही ट्रेनों में भीड़ शुरू हो गयी है. रंगों के इस त्यौहार के आसपास पूर्वांचल की ओर चलने वाली ट्रेनों में लंबी वेटिंग भी चल रही है. हालांकि भारतीय रेलवे मुंबई, दिल्ली समेत कई प्रमुख शहरों से उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश की ओर होली स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू चुका है. वहीं, इन ट्रेनों में सफर करने वाले तमाम यात्रियों की शिकायत है कि इन ट्रेनों में पेंट्री कार नहीं होती है, कई ने कहा कि ट्रेन लेट चलती है तो कई ने ट्रेनों साफ सफाई न होने की बात कही. इस तरह के सवालों के जवाब उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार दे रहे हैं, जो आपके लिए जानना जरूरी है, आइए जानें.
सवाल- होली स्पेशल ट्रेनें लंबी दूरी तक चल रही हैं. लेकिन कई ट्रेनों में पेंट्री कार क्यों नहीं होती है, इन ट्रेनों में सफर कर रहे यात्रियों को खाने पीने में परेशानी होती है?
जवाब- दीपक कुमार बताते हैं कि सभी स्पेशल ट्रेनों में पेंट्री कार लगाना संभव नहीं है. इतनी पेंट्री कार नहीं हैं. कुछेक स्पेशल ट्रेनों में पेंट्री कार लगायी जा रही हैं. अन्य स्पेशल ट्रेनों के लिए कोच के बाहर प्लेटफार्म पर वेंडर गाड़ी लगाने की व्यवस्था की जाती है, जिससे यात्रियों को सफर के दौरान खाने-पीने की परेशानी न हो
सवाल- स्पेशल ट्रेनों में सफाई की उचित व्यवस्था क्यों नहीं होती है?
जवाब- जिस स्टेशन से ट्रेन शुरू होती है,नियमित ट्रेनों की तरह इनमें भी साफ सफाई होती है. इसके अलावा बीच सफर में भी सफाई की व्यवस्था होती है. चूंकि स्पेशल ट्रेनें होती हैं, सामान्य ट्रेनों के मुकाबले अधिक भीड़ होती है. इस वजह से शौचालय जल्दी गंदे होते हैं.
सवाल- स्पेशल ट्रेनें समय पर क्यों नहीं चलती हैं, ज्यादातर लेट क्यों होती हैं?
जवाब- मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बता रहे हैं कि ऐसा नहीं होता है कि केवल स्पेशल ट्रेनों को लेट किया जाता है. ट्रैक पर काम होने या अन्य कारणों से सभी ट्रेनों का संचालन प्रभावित होता है. इसमें सामान्य और स्पेशल सभी ट्रेनें शामिल होती हैं.
सवाल- स्पेशल ट्रेनों को रेलवे स्टेशनों के मुख्य प्लेटफार्म पर क्यों नहीं रोका जाता है?
जवाब- स्टेशनों से गुजरने वाली नियमित ट्रेनों का प्लेटफार्म पहले से तय होता है. होली स्पेशल ट्रेनें कुछ समय के लिए ही चलती हैं और बंद कर दी जाती हैं. लेकिन नियमित ट्रेनें पूरे वर्ष चलती हैं. सफर के दौरान यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इन ट्रेनों का प्लेटफार्म बदला नहीं जाता है.