लखीमपुर में लेनदेन के विवाद में पुरोहित को बनाया था बंधक, चार आरोपित गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में पुरोहित सुशील तिवारी के संदिग्ध हालात में लापता हो जाने के मामले का पुलिस ने रविवार को राजफाश कर दिया। पुलिस ने मामले में चार लोगों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से पुरोहित सुशील तिवारी को मुक्त करा लिया है। पुलिस के मुताबिक, उक्त आरोपितों ने लेनदेन के विवाद में पुरोहित सुशील तिवारी को बंधक बना लिया था।
ये है पूरा मामला
मामला फरधान थानाक्षेत्र के ग्राम ईश्वरीपुरवा का है। यहां के निवासी हेतराम ने शनिवार को पुलिस को सूचना दी थी कि उनके गुरु पुरोहित सुशील तिवारी उर्फ सदानंद महाराज बीती छह नवंबर से लापता हैं। हेतराम ने पुलिस को दी गई तहरीर में ये भी कहा कि उनके गुरु को किन्ही अज्ञात व्यक्तियों ने कहीं पर अवैध रूप से रोक कर रखा है। मामला एक पुरोहित से जुड़ा होने के चलते पुलिस तत्काल हरकत में आई और एफआइआर दर्ज करके छानबीन शुरू की। एसपी विजय ढुल ने घटना के अनावरण के लिए सीओ सिटी संजयनाथ तिवारी के नेतृत्व में तीन टीमों को लगाया। पुलिस टीमों ने मुखबिरों के जरिए सुराग जुटाए और सर्विलांस के जरिए भी महत्वपूर्ण तथ्य एकत्र किए। इसके बाद रविवार को मोहम्मदी क्षेत्र के अमीरनगर चौराहे के पास से पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से सुशील तिवारी को मुक्त कराया।
छलपूर्वक पुरोहित ने लिए थे 12 लाख, वापस करने में आनाकानी करने पर बनाया बंधक
एसपी विजय ढुल ने बताया कि पूछताछ के दौरान ये बात सामने आई है कि पुरोहित ने पूर्व में अभियुक्त सोनू को लालच देकर उससे छलपूर्वक एक लाख 12 हजार रुपये लिए थे। ये रुपये वापस करने में पुरोहित आनाकानी कर रहे थे। अपने रुपये वापस लेने के लिए ही अभियुक्तों ने पुरोहित को बंधक बनाकर दबाव बनाना शुरू किया था। एसपी ने बताया कि इस लेनदेन के मामले में भी आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है। आरोपितों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त अर्टिगा कार व चार मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
इनको किया गया गिरफ्तार
आरोपितों में सोनू सिंह निवासी ग्राम रोशननगर, थाना नीमगांव, उमेश कुमार निवासी ग्राम परसपुर, कोतवाली मोहम्मदी, सतेंद्र कुमार निवासी ग्राम पल्हापुर कपासी, थाना मैगलगंज व मनोज कुमार जोशी निवासी कस्बा अमीरनगर, कोतवाली मोहम्म्दी हैं।