आपके शहर में दीपावली और दूज के लिए यहां पर सज गईं मिठाई की दुकानें
दीपावली और दूज के त्योहार के लिए मिठाई की दुकानें सज गई हैं। शहर में छोटी बड़ी पांच हजार से ज्यादा दुकानों में तरह-तरह की मिठाइयां इस समय सजी हुई हैं। कारोबारियों को त्योहार पर अच्छी बिक्री की आस है। पिछले कुछ वर्ष में दीपावली के मौके पर पांच अरब रुपये की बिक्री होती रही है।
दीपावली पर बिक्री की जमकर बिक्री होती है। यूं तो दीपावली पर कई दिन पहले से मिठाई की बिक्री शुरू हो जाती है क्योंकि बहुत से लोग मिठाई को गिफ्ट में भी देते हैं। साथ ही बहुत से संस्थान अपने स्टॉफ को उपहार के रूप में भी मिठाई देते हैं। कारोबारियों के मुताबिक ज्यादातर मिठाई बनाने की प्रक्रिया में एक से दो दिन का समय लगता है। छेने की मिठाई एक दिन तो खोवे की मिठाई तीन से चार दिन तक चल जाती है।
सबसे ज्यादा बेसन के लड्डू चलते हैं। मेवों की मिठाई खास तौर पर मेवा बाइट की लाइफ और भी ज्यादा होती है। दीपावली पर पूजन के लिए मिठाई की खरीद होती है तो भाईदूज पर भाई का मुंह मीठा कराने के लिए बहनें मिठाई खरीदती हैं। इनके लिए मिठाई तैयार होकर काउंटर पर सजने भी लगी हैं। साथ ही उन्हेंं कब तक खाया जा सकता है इसके टैग भी लगने लगे हैं।
कानपुर होटल एसोसिएशन के चेयरमैन विजय पंडित के मुताबिक इस बार लोकल मिठाई की मांग ज्यादा है। इसके हिसाब से ही मिठाई को तैयार किया गया है।कानपुर होटल, गेस्ट हाउस, स्वीट्स एसोसिएशन के महामंत्री राज कुमार भगतानी के मुताबिक दीपावली और भाईदूज पर अच्छी बिक्री की उम्मीद है।