भातखण्डे संगीत संस्थान अभिमत विश्वविद्यालय, लखनऊ द्वारा ‘महिला सशक्तिकरण’ पर आधारित आॅनलाइन सांगीतिक प्रस्तुतियाँ की जायेंगी।
‘नव शक्ति: नव रस’ की अविरल धारा के द्वितीय दिवस ‘महिला सशक्तिकरण’ की भावना को ‘मिशन शक्ति’ का स्वरूप देते हुए कार्यक्रम शुभारम्भ किया गया सभी कलाकारों ने आदि शक्ति के द्वितीय स्वरूप माँ ब्रह्मचारिणी का आहवान करते हुए उप शास्त्रीय संगीत की खूबसूरत झड़ी लगा दी। इस प्रकार माँ शक्ति को अपनी संगीतांजलि से प्रसन्न कर कल्याण की कामना की।
सर्वप्रथम डाॅ0 अमृता दत्ता, नई दिल्ली ने उप शास्त्रीय गायन में एक ठुमरी, दादरा एवं चैती से इस कार्यक्रम का आरम्भ कर समां पैदा कर दिया।
द्वितीय प्रस्तुति डाॅ0 सुचरिता बोस ने सबसे पहले ठुमरी मिश्र खमाज में ‘पार करो मोरी नैया भवानी’ दादरा राम पीलू – बांका तुम्हारा नाम हो, एवं माँ दुर्गा के ऊपर आधारित एक भजन गाया। आपके साथ तबला पर श्री ज्ञान स्वरूप मुखर्जी एवं हारमोनियम पर श्री अरुण अस्थाना संगत दे रहे थे।
कार्यक्रम की अगली दो प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम में नया जोश एवं युवारंग भर दिया जिसमें श्री जुबेर हाशमी एवं सुश्री निष्ठा शर्मा जो बाॅलीबुड की धड़कन हैं जिन्होंने अनेक टी.वी. चैनलों पर अपनी मोहक प्रस्तुतियों से संगीत जगत को मंत्रमुग्ध कर रहे हैं। श्री जुबेर हाशमी ने आज राग मिश्र पीलू में ठुमरी एवं राग पहाड़ी में एक दादरा प्रस्तुत किया और सुश्री निष्ठा शर्मा ने ‘कुहू कुहू बोले कोयलिया, फूल गेहुँआ, बनारसिया’ मेरी आवाज ही पहचान है, की प्रस्तुतियों से आज द्वितीय दिवस में युवा शक्ति का दमदार परिचय दिया।
‘नव शक्ति: नव रस’ शीर्षक की इस शारदीय नवरात्र संगीत समारोह का संयोजन एवं समन्वय डाॅ0 सीमा भारद्वाज ने किया जिसमें डाॅ0 रुचि खरे सह-समन्वयक ने आज के कार्यक्रम का संचालन किया एवं धन्यवाद प्रस्ताव श्री अभिनव सिन्हा ने दिया।