तुषार मेहता के खुलासे से भड़के अभिषेक मनु सिंघवी
नई दिल्ली. दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आरोपी बनाते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. इस याचिका पर फिलहाल सुनवाई हो रही है. केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और अरविंद केजरीवाल की ओर से सीनियर वकील अभिषेक मनु सिंघवी दलील रख रहे हैं. हाई-प्रोफाइल मामले की सुनवाई के दौरान SG तुषार मेहता ने ऐसा खुलासा किया कि अभिषेक मनु सिंघवी बिफर गए. सिंघवी ने कहा कि यह दावा सिर्फ केजरीवाल के केस पर प्रतिकूल प्रभाव डालने के लिए किया जा रहा है. हालांकि, तुषार मेहता ने सिंघवी के हर सवाल का जवाब दिया.
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान एसजी तुषार मेहता ने जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ को नए तथ्य के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जांच के दौरान हवाला ऑपरेटर्स और सीएम अरविंद केजरीवाल के बीच हुई बातचीत के ब्योरे के बारे में पता चला है. ईडी ने दावा किया कि उसके पास चैट का रिकॉर्ड है, लेकिन कोर्ट अभी इस स्टेज पर उसकी विश्वसनीयता को न परखे. ED ने कोर्ट में दावा किया कि अरविंद केजरीवाल ने अपने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का पासवर्ड बताने से इनकार करर दिया. इसके बाद हवाला ऑपरेटर्स के डिवाइस से चैट रिकॉर्ड हासिल की गई. हालांकि, इस चैट का ब्योरा सार्वजनिक नहीं किया गया.
सिंघवी ने जताया ऐतराज
ED के नए दावे पर केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कड़ा ऐतराज जताया. उन्होंने जांच एजेंसी पर इस तथ्य को छुपाने का आरोप लगाया. सिंघवी ने आगे दलील दी कि यह दावा सिर्फ केजरीवाल के केस पर प्रतिकूल प्रभाव डालने के लिए किया जा रहा है. तुषार मेहता ने सिंघवी के आरोपों का करारा और तथ्यपूर्ण जवाब दिया. उन्होंने कोर्ट को बताया कि हवाला ऑपरेटर्स को हाल में ही गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद उने डिवाइस से चैट रिकॉर्ड हासिल किया गया. ED ने कोर्ट से साथ ही आग्रह किया कि जांच के इस स्टेज पर चैट की विश्वसनीयता पर फिलहाल गौर न फरमाया जाए.
सुप्रीम कोर्ट का ED को निर्देश
जस्टिस खन्ना और जस्टिस दत्ता की पीठ ने केंद्रीय जांच एजेंसी को जरूरी निर्देश भी दिए हैं. कोर्ट ने जांच एजेंसी को कहा कि वह एक चार्ट बनाकर पेश करे, जिसमें दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद से अभी तक एकत्र सबूतों का जिक्र हो. ED इन साक्ष्यों के आधार पर अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को जस्टिफाई करे. दूसरी तरफ, सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को जमानत के लिए ट्रायल कोर्ट में अर्जी दाखिल करने की इजाजत दे दी.