आईपीएल फाइनल में किसका चलेगा सिक्का? बैटर्स का होगा राज या गेंदबाजों की होगी चांदी
नई दिल्ली. श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली कोलकाता नाइटराइडर्स और पैट कमिंस की अगुआई वाली सनराइजर्स हैदराबाद आईपीएल के फाइनल में आमने सामने हैं. चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में रविवार (26 मई) को खेले जाने वाले इस महामुकाबले को लेकर दोनों टीमें कमर कस चुकी हैं. केकेआर की टीम पहले क्वालीफायर में जीत दर्ज कर खिताबी मुकाबले में एंट्री की जबकि हैदराबाद ने राजस्थान को दूसरे क्वालीफायर में हराकर फाइनल का टिकट कटाया. इस मुकाबले में पिच का रोल अहम रहने वाला है. पिच बल्लेबाजों को मदद करने वाल है या गेंदबाजों को, आइए जानते हैं.
एमए चिदंबरम स्टेडियम की पिच पारंपरिक तौर पर गेंदबाजों को फेवर करने वाली है, खासतौर पर स्पिनर्स को. इस स्पिन फ्रेंडली विकेट पर बल्लेबाजों के लिए मुश्किल होने वाली है. बल्लेबाज को यहां बड़ी पारी खेलनी है तो उसे पहले सेट होना पड़ेगा. मतलब की ज्यादा से ज्यादा समय क्रीज पर बिताना होगा. एक बार सेट होने के बाद बल्लेबाज बढ़ी पारी खेल सकते हैं. इस पिच पर हमेशा से गेंदबाजों का बोलबोला रहा है. यहां टॉस जीतकर कप्तान पहले बल्लेबाजी का फैसला करना चाहेंगे. इस सीजन यहां 8 मैच खेले गए हैं जहां चेज करने वाली टीम 5 मैचों में विजयी रही है. केकेआर बनाम सनराइजर्स हैदराबाद (KKR vs SRH) फाइनल में भी पिच का रोल अहम रहेगा.
चेन्नई में 84 आईपीएल मैच खेले जा चुके हैं
चेपॉक में अभी तक 84 आईपीएल मैच खेले गए हैं. पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम यहां फायदे में रही है. उसे 49 मैचों में जीत मिली है जबकि चेज करने वाली टीमें 35 मुकाबलों में विजयी रही है. चेन्नई में पहली पारी में औसत स्कोर 164 रन रहा है.
176 रन का लक्ष्य नहीं हासिल कर सकी राजस्थान रॉयल्स
चेन्नई के चेपॉक स्थित एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए दूसरे क्वालीफायर मैच में राजस्थान की टीम 176 रन का लक्ष्य हासिल नहीं कर सकी. हैदराबाद ने पहले बैटिंग करते हुए 175 रन बनाए. दूसरी पारी में राजस्थान के बल्लेबाजों के लिए रन बनाना मुश्किल हो रहा था. हैदराबाद के दो स्पिनर्स ने राजस्थान का काम तमाम कर दिया. दूसरी पारी में यह विकेट स्लो होती जाती है. ऐसे में स्पिनर्स का रोल अहम हो जाता है.