योगी आदित्यनाथ ने ली सहारनपुर पटाखा फैक्ट्री में हुए हादसे की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर जिला प्रशासन से पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके की रिपोर्ट मांगी जिसे रविवार को मुख्यमंत्री कार्यालय को भेज दिया गया है।
जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने रविवार को यूनीवार्ता को बताया कि मुख्यमंत्री ने बीती रात उनसे फोन पर बातचीत कर घटना की पूरी जानकारी ली।
उन्होने बताया कि घटना में मृत चार लोगों के परिवार की माली हालत कमजोर है जबकि एक मृतक के परिजनों के पास खेती की जमीन है। चार मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक सहायता दी जाएगी और एक के परिजन को मुख्यमंत्री कृषि योजना के तहत सहायता मिलेगी। घायल वंश शर्मा जिसका उपचार पीजीआई चंडीगढ में चल रहा है को भी सरकारी सहायता दी जाएगी।
एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि यह पटाखा फैक्ट्री कुछ वर्ष पूर्व तक गांव सलेमपुर में आबादी क्षेत्र में थी। आठ साल पहले उसमें हुए हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। उसके बाद से यह फैक्ट्री आबादी से निकालकर खेत और जंगल में सुरक्षित स्थान पर आ गई थी। लाइसेंसी फैक्ट्री में 15 किलो अनार बनाने की क्षमता थी। फैक्ट्री में सात लोग काम करते थे। मालिक राहुल कुमार उर्फ जोनी के शव की तो शिनाख्त हुई थी। 22 वर्षीय सागर और 22 वर्षीय कार्तिक सैनी के शवों की पहचान बहुत मुश्किल से हुई। बाकी दो मृतकों वर्द्धमान पुत्र अर्जुन सिंह और सुमित पुत्र सोहनवीर निवासीगण गांव सलेमपुर की पहचान उनके मोबाइल की लोकेशन से हो पाई।
उन्होने बताया कि दोनो मृतकों के शरीर के टुकडे दो सौ-तीन सौ मीटर के दायरे में छितरे मिले। उनके शव पहचान की हालत में भी नहीं बचे थे। हादसे के बाद बम डिस्पोजल स्कवाड दल, फारेसिंक टीम रात ही मौके पर पहुंच गई थी। गाजियाबाद से एनडीआरएफ (नेशनल डिसास्टर रेस्पांस फोर्स) की टीम भी बुलाई गई। इस टीम ने रात भर वहां राहत कार्य किए और हादसे में दो अन्य मृतकों की जानकारी जुटाई।