विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत की तीसरी वर्षगांठ मनाई गई, पीएम मोदी और मनसुख मंडाविया ने की प्रशंसा
सरकार के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक आयुष्मान भारत योजना योजना के तहत 65 करोड़ से अधिक लाभार्थी हैं, लेकिन अभी तक महज 16 करोड़ लाभार्थियों का ही आयुष्मान कार्ड बन पाया है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार ने गुरुवार को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB PM-JAY) की तीसरी वर्षगांठ के वचुर्अल उद्घाटन सत्र का उद्घाटन और अध्यक्षता की, जिसे ‘आरोग्य मंथन 3.0’ के रूप में मनाया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यह नागरिकों के लिए उच्च गुणवत्ता और सस्ती स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता है। उनकी टिप्पणी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के रूप में आई, जिसे आयुष्मान भारत योजना के रूप में भी जाना जाता है, जिसने तीन साल पूरे कर लिए। उन्होंने कहा कि ‘पिछले वर्ष में स्वास्थ्य सेवा के महत्व को और भी स्पष्ट रूप से समझा गया है। यह हमारे नागरिकों के लिए उच्च गुणवत्ता और सस्ती स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने की हमारी प्रतिबद्धता है। आयुष्मान भारत पीएम-जय इस दृष्टि को साकार करने के लिए महत्वपूर्ण है। यह योजना गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदान करती है।’
तीन साल पूरे होने स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आयुष्मान भारत योजना पिछले 3 वर्षों से गरीबों के इलाज में अहम भूमिका निभा रही है। दवाओं की लागत, उपचार सहित विभिन्न प्रकार के खर्च की चिंता से यह योजना मुक्त करते हुए गरीब को बेहतर इलाज मिलना सुनिश्चित कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह योजना उन गरीबों का बेहतर इलाज सुनिश्चित कर रही है, जिन्हें महंगा इलाज और दवाएं नहीं मिल पा रही हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है, जिससे 50 करोड़ लाभार्थी मुफ्त स्वास्थ्य सेवा प्राप्त कर सकते हैं।