World Wildlife Day: जंगलों को संरक्षित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए- प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को विश्व वन्यजीव दिवस (World Wildlife Day) पर वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए काम करने वाले लोगों की सराहना की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जंगलों और जानवरों के लिए प्राकृतिक वास को संरक्षित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए। वहीं इस अवसर पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने वन्यजीवों को बचाने, संरक्षित करने के लिए समर्पित प्रयास और पृथ्वी पर एक स्वस्थ पारिस्थितिक संतुलन (ecological balance) बनाए रखने की आवश्यकता को लेकर जागरूकता पैदा करने की बात कही।
विश्व वन्यजीव दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके कहा कि मैं वन्यजीव संरक्षण की दिशा में काम करने वालों को सलाम करता हूं। भारत में शेर, बाघ और तेंदुआ समेत विभिन्न जानवरों की आबादी में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है। हमें अपने वनों की सुरक्षा और जानवरों के लिए सुरक्षित आवास सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
प्राकृतिक परिवेश और संसाधनों का संरक्षण नागरिकों का संवैधानिक कर्तव्य- नायडू
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने ट्वीट करके कहा कि विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर स्मरण रखें कि वन्य जीवों सहित अपने प्राकृतिक परिवेश और संसाधनों का संरक्षण नागरिकों का संवैधानिक कर्तव्य है। मनुष्य पृथ्वी का स्वामी नहीं है बल्कि उसे अन्य जैविक प्रजातियों के साथ साझा करता है। हमारा अस्तित्व ही प्रकृति पर निर्भर है।
तीन मार्च को क्यों मनाया जाता है यह दिवस
विलुप्त हो रहे वन्य जीव एवं वनस्पतियों के प्रति जागरूकता के लिए हर साल तीन मार्च के दिन विश्व वन्यजीव दिवस ( World Wildlife Day) के तौर पर मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2013 में इसकी घोषणा की थी। इससे पहले इनके संरक्षण से संबंधित समझौते पर 1973 में इसी दिन हस्ताक्षर हुए थे। आज के दिन खासतौर पर दुनियाभर में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए जागरुकता अभियान चलाए जाते हैं।