वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से टीवी के बिषय पर जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला संपन्न
सिद्धार्थनगर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिशु कल्याण मंत्री उ0प्र0 मा० जय प्रताप सिंह की अध्यक्षता एवं जिलाधिकारी दीपक मीणा, टी0बी0 डा0 संतोष गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 इन्द्र विजय विश्वकर्मा की उपस्थिति एवं दो विकास खण्ड बांसी, मिठवल वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से अम्बेडकर सभागार में टी0वी0 के विषय पर जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला सम्पन्न हुई।
टी0वी0 के विषय पर जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला के अवसर पर मा0 मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिशु कल्याण उ0प्र0 श्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि कोविड-19 के प्रबन्ध हेतु उ0प्र0 सरकार की विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा सराहना की गयी है। मा0 मंत्री जी ने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा पूरे भारत को 2025 तक टी0वी0 मुक्त बनाने का लक्ष्य है। जबकि उ0प्र0 सरकार का वर्ष 2023 तक उ0प्र0 को टी0वी0 मुक्त करने का लक्ष्य है। इस सम्बन्ध में, प्रत्येक स्तर से सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं, उन्होंने बांसी और मिठवल विकास खण्डों के ग्राम प्रधानों से वर्चुअल माध्यम से संवाद करते हुए कहा कि टीबी रोग के उन्मूलन में जन-प्रतिनिधियों की भागेदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है और आप सबके सहयोग से ही इस सम्बन्ध में चलाये जा रहे कार्यक्रम को पूर्ण सफलता प्राप्त हो सकती है। मा0मंत्री ने कहा कि ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज द्वारा बांसी और मिथवल ब्लॉक में“कम्युनिटी एंगेजमेंट एंड लीडरशिप डेवलपमेंट माडल” जैसे कार्यक्रम के माध्यम से गतिविधियों को संपादित किया जा सकता है इसके निरूसंदेह उत्साहजनक परिणाम निकलेंगे, उन्होंने कहा कि सरकार, टीबी उन्मूलन के लिए अथक प्रयास कर रही है, इसीलिए हम सबका सामूहिक उत्तरदायित्व है कि इस बीमारी के बारे में समुदाय के लोगों तक हर मंच से जागरूकता फैलाएं, नयी रणनीतियां बनाएं और इसको पूर्ण रूप से समाप्त करने का प्रण ले। डाट्स के अन्तर्गत मंहगी दवाएं उ0प्र0 सरकार द्वारा टी0वी0 मरीजो को निःशुल्क दी जाती है प्रत्येक टीबी मरीज को उपचार की पूरी अवधि के दौरान 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि सीधे उसके खाते में स्थान्तरित की जाती है। आप सभी लोग अपने आस-पास साफ-सफई रखे तथा टी0बी0 रोग के प्रति जागरूक रहे।
उक्त कार्यशाला के अवसर पर जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि हमारे जनपद में टी0वी.0 खोजी अभियान समय-समय पर चलता है। इसके लिए प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम सक्रिय है। टी0वी0 के मरीजो को बेहतर सुविधाएं दी जा रही है। इसके साथ क्षय रोग के रोगियों को चिन्हित कर दवायें दी जाती है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. इन्द्र विजय विश्वकर्मा ने जनपद में टीबी रोग की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया एवं बताया कि टीबी मरीजों की पहचान करके उन्हें गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है, इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि संस्थागत प्रसव के तुरंत बाद ही नवजात को बी.सी.जी. के टीका लगाया जा रहा है ताकि, बचपन से ही बच्चों का टीबी से सुरक्षा चक्र बन सके।
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इस अवसर पर उपरोक्त जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. डी.के.चैधरी, ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटेजीज के प्रतिनिधि, जिला पंचायती राज अधिकारी आदर्श, जिला कार्यक्रम अधिकारी (आईसीडीएस), डीआईओएस अवधेश नारायण मौर्य, बांसी और मिथवल ब्लाक के खण्ड विकास अधिकारी, चिकित्सा अधीक्षक, ए.डी.ओ. (पंचायत) तथा ब्लाक के अन्य अधिकारी एवं ग्राम प्रधानों ने वर्चुअल प्रतिभाग किया।