यूपी के पूर्व ब्लाक प्रमुख की हत्या में फरार आरोपित दिल्ली से गिरफ्तार, एक लाख रुपये का था ईनाम



बाहरी उत्तरी जिला पुलिस ने सोमवार को लखनऊ में हुई पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या में फरार चल रहे आरोपित गिरधारी शर्मा उर्फ डाक्टर उर्फ लोहार को गिरफ्तार किया है। वह हत्याकांड के बाद से लगातार फरार चल रहा था। ऐसे में उस पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने उसका सुराग देने वाले को एक लाख का ईनाम देने की घोषणा कर रखी थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि छह जनवरी को लखनऊ के विभूति खंड में पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की तीन बदमाशों ने गोली मारकर उस समय हत्या कर दी थी जब अपनी एसयूवी से निकलर शापिंग माल में जा रहा था। पुलिस के अनुसार अजीत मुख्तार अंसारी के गिरोह से जुड़ा था। यह गैंग मऊ में सक्रिय था।
अजीत आजमगढ़ के सगड़ी से पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या में गवाह भी था। अजीत सिंह की हत्या में शूटर के तौर पर गिरधारी का नाम भी सामने आया था। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से दिल्ली पुलिस को उसके दिल्ली में ही छिपे होने की सूचना मिल रही थी। ऐसे दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच सहित कई टीमें गिरधारी का सुराग लेने में जुटी हुई थी।
इसी क्रम में बाहरी उत्तरी जिले के स्पेशल स्टाफ की टीम को उसके रोहिणी से सटे शाहबाद डेरी इलाके में छिपे होने की जानकारी मिली तो उसके छिपने के ठिकाने पर छापेमारी कर उसे दबोच लिया है। फिलहाल पुलिस उससे से पूछताछ कर रही है।
लूट का विरोध करने पर बदमाश ने युवती को गिराया, दबोचा
वहीं, मानसरोवर पार्क में लूट का विरोध करने पर बदमाश ने युवती को धक्का देकर सड़क पर गिरा दिया। बदमाश फोन झपटकर फरार होने लगा। पीड़िता ने भी हार नहीं मानी और वह उसके पीछे भागी। कुछ दूरी पर पीड़िता ने राहगीरों की मदद से बदमाश को पकड़ लिया। आरोपित की पहचान विकासजीत के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार निशा परिवार के साथ रामनगर इलाके में रहती हैं। वह एक सरकारी स्कूल में काउंसलर हैं। रविवार शाम को वह घर का सामान लेने के लिए दुकान पर गईं थीं, वह दुकान से वापस लौट रही थी। घर से कुछ दूर पहले ही एक बदमाश आया और उनके हाथ पर झपट्टा मारकर फोन छीनने की कोशिश करने लगा। पीड़िता ने फोन नहीं छोड़ा और डटकर उसका मुकाबला किया। विरोध करने पर बदमाश ने धक्का देकर उन्हें गिरा दिया। बदमाश फोन लेकर फरार हो पाता उससे पहले ही पीड़िता ने राहगीरों की मदद से उसे पकड़ लिया।