UP Assembly by Election Result 2020: उप चुनाव के नतीजों से तय होगा विपक्षी में कौन बड़ा, सपा या बसपा



उत्तर प्रदेश के विधानसभा उप चुनाव की सात सीटों पर परिणाम आने के बाद प्रदेश में विपक्ष की भी ताकत का पता चलेगा। समाजवादी पार्टी विधानसभा चुनाव 2022 को लक्ष्य में रखकर अपना कुनबा भी बढ़ाने में लगी है। उप चुनाव के परिणाम से समाजवादी पार्टी के सात ही बहुजन समाज पार्टी को अपने वोट प्रतिशत की भी जानकारी मिलेगी।
सात में से पांच सीट पर भाजपा की जीत लगभग हो गई है। अब उपचुनाव के नतीजे साफ करेंगे कि प्रदेश में भाजपा के बाद कौन की पार्टी है। नम्बर दो की दौड़ में समाजवादी पार्टी के साथ बसपा ट्रैक पर हैं। उप चुनाव वाली सात में से छह सीट भाजपा के पास पहले ही थी। समाजवादी पार्टी के पास परंपरागत मल्हनी सीट थी।
आज के परिणाम में नम्बर दो के स्थान पर रहने वाली पार्टियों का भी वोट प्रतिशत बढ़ेगा। वोट प्रतिशत के मामले में परंपरागत वोट पर दावा करने वाले सपा और बसपा की हैसियत लगभग एक सी रही है। 2017 में सात में से जिन छह सीटों पर भाजपा का कब्जा था उनमें से तीन पर समाजवादी पार्टी और तीन पर ही बसपा दूसरे स्थान पर थी। आज के परिणाम के बाद दोनों इस टाई की स्थिति से उबरने की होड़ में हैं। अब जो भी पार्टी ज्यादा सीटों पर नंबर दो पर रहेगी उसे यह कहने का हक मिलेगा कि 2022 में उसकी ही भाजपा से लड़ाई होगी और उप चुनाव में उनका दल ही भाजपा के साथ मुख्य लड़ाई में था।
बीते 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी देवरिया की दवरिया सदर के साथ अमरोहा की नौगावां सादात और उन्नाव की बांगरमऊ सीट पर नंबर दो पर थी। बहुजन समाज पार्टी फिरोजाबाद की टूंडला सुरक्षित, कानपुर की घाटमपुर सुरक्षित और बुलंदशहर की बुलंदशहर सदर में दूसरे स्थान पर थी।