UP Assembly By Election 2020: विधानसभा उपचुनाव का प्रचार थमा, सात सीटों पर मतदान तीन को
उत्तर प्रदेश में तीन नवंबर को होने वाले विधानसभा की सीटों के उप चुनाव को लेकर सारा प्रचार रविवार को थम गया है। सात जिलों में पोलिंग पार्टियों ने भी अपना मोर्चा संभाल लिया है।
प्रदेश में तीन नवंबर को उपचुनाव में सात विधानसभा सीटों के लिए मतदान होने हैं। तीन को इन सात सीटों के लिए मत डाले जाएंगे और दस नवम्बर को उपचुनाव का रिजल्ट आ जाएगा। प्रचार का आज अंतिम दिन होने की वजह से सभी राजनीतिक दल अपनी पूरी ताकत मतदाताओं रिझाने में लगा दी। अब सोमवार को यह लोग हर जगह पर व्यक्तिगत प्रचार में लगेंगे।
विधानसभा उपचुनाव 2020 की सात विधानसभा सीटों के मतदान केंद्र पर सुरक्षा बल और पोलिंग पाॢटयां भी जम गई हैं। रविवार शाम से सात जिलों में 48 घण्टों के लिए ‘ड्राई डे’ लागू हो जाएगा। सभी जगह पर शराब, बीयर, भांग की सभी लाइसेंसी दुकानें बंद कर दी जाएंगी। इसके बाद मंगलवार तीन नवम्बर शाम को मतदान खत्म होने के बाद खुलेंगी।
मतदान के लिए कोरोना गाइडलाइन लागू: कोरोना वायरस संक्रमण के कारण केंद्रीय चुनाव आयोग ने मतदान के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इस नई गाइडलाइन के अनुसार तीन नवंबर को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। प्रत्येक पोलिंग बूथ पर अधिकतम एक हजार वोटर ही मतदान कर सकेंगे। इस वजह से हर मतदान केंद्र पर सहायक पोलिंग बूथ भी बनाये गए हैं। कोरोना संक्रमित, बुजुर्ग और दिव्यांगजनों को पोस्टल बैलेट से मतदान करने की सुविधा है। सभी केंद्र के मतदानकर्मी ऐसे मतदाताओं के पास उनका वोट एकत्र करेेंगे। इसके अलावा हर मतदाता को ईवीएम का बटन दबाने के लिए हैण्ड ग्लब्स मिलेगा।
इन सात सीटों के लिए होगा मतदान : उपचुनाव के लिए अमरोहा की नौगवां सादात, बुलंदशहर की सदर, फिरोजाबाद की टूण्डला सुरक्षित, उन्नाव की बांगरमऊ, कानपुर नगर की घाटमपुर सुरक्षित, देवरिया की सदर तथा जौनपुर की मल्हनी विधानसभा सीट के लिए मतदान होगा।
भाजपा ने किया जमकर प्रचार: सात में से छह सीट भाजपा के पास हैं। भाजपा ने सातों सीट जीतने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ ही दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा तथा योगी आदित्यनाथ के मंत्रीगणों ने भी पार्टी के प्रत्याशियों का जमकर प्रचार किया। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह के साथ भाजपा का प्रदेश संगठन भी हर जगह पर काफी जोर से लगा रहा है। इसके इतर समाजवादी पार्टी तथा बहुजन समाज पार्टी के अध्यक्ष ने प्रचार कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया। पार्टी के कार्यकर्ता हर जगह पर लगे रहे। अब तो भाजपा सहित सभी पाॄटयों को इन सभी विधानसभा उपचुनाव के परिणाम का इंतजार है। इसके परिणाम को 2022 के विधासभा चुनाव के सेमीफइनल के रूप में देख जा रहा है। यह उपचुनाव प्रदेश के सभी दलों को विधानसभा चुनाव 2020 की रणनीति बनाने में मदद करेगा। प्रदेश के अन्य जिलों की सीमाओं पर चौकसी भी बढ़ा दी जाएगी।
मतदान वाले सात जिलों में तीन नवंबर को सार्वजनिक अवकाश: प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव वाले सात जिलों में मतदान के दिन यानी तीन नवंबर को सार्वजनिक अवकाश रहेगा। प्रदेश शासन ने सात जिलों में मतदान वाले दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। मतदान के दिन इन जिलों में कोषागार व उप कोषागार भी बंद रहेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग ने सोमवार को इस संबंध में जारी कर दिए हैं। सामान्य प्रशासन विभाग के जारी निर्देश में सभी विभागाध्यक्षों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, अन्य प्रमुख कार्यालयाध्यक्षों तथा शासन के सभी अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों व सचिवों से कहा गया है कि उनके अधीनस्थ जिन कर्मचारियों की ड्यूटी विधानसभा उपचुनाव में लगी है, उन्हें उनके सामान्य कार्य से ऐसे समय मुक्त कर दिया जाए, जिससे वह अपने मतदान केंद्रों पर समय रहते पहुंच सकें और अपने ठहरने का प्रबंध कर सकें। इसके साथ ही अगर किसी कर्मचारी की ड्यूटी मतदान या मतगणना में लगायी गई है तो मतदान व मतगणना के ठीक अगले दिन समुचित कारण से कार्यालय में उपस्थित न रहने पर उनकी अनुपस्थिति को माफ करने के लिए भी कहा गया है।