स्वतंत्रदेव सिंह के नेतृत्व में भाजपा ने बनाया यूपी में जीत का रिकार्ड
लखनऊ : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है। वर्तमान में वह उत्तर प्रदेश सरकार में जल शक्ति मंत्री और नेता विधान परिषद हैं। उनके पास संगठन के साथ-साथ सरकार के काम काज का भी अनुभव है। उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विश्वासपात्र भी माना जाता है।
स्वतंत्र देव सिंह को 16 जुलाई 2019 को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। स्वतंत्रदेव सिंह के कार्यकाल की सबसे बड़ी चुनौती 2022 का विधान सभा चुनाव रहा। विधान सभा चुनाव के समय उत्तर प्रदेश की तत्कालीन राजनीतिक परिस्थिति भाजपा के लिए अनुकूल नहीं थीं। फिर भी संगठनात्मक रणनीति और कार्यकर्ताओं के सामूहिक प्रयत्न के बल पर स्वतंत्रदेव सिंह ने उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में भाजपा को बड़ी जीत दिलाकर रिकार्ड बनाने का काम किया।
यही नहीं उनके अध्यक्षीय कार्यकाल में ही उत्तर प्रदेश में पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा भाजपा सत्ता में पहली बार आयी। साथ ही 37 साल में पहली बार यूपी में किसी पार्टी ने लगातार दोबारा सत्ता में आने का रिकार्ड बनाया। आखिरी बार 1985 में कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की थी। उसके बाद कोई भी राजनीतिक पार्टी उत्तर प्रदेश में लगातार बहुमत हासिल नहीं कर सकी थी।
पहली बार बने भाजपा के 67 जिला पंचायत अध्यक्ष
स्वतंत्रदेव सिंह के प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद अक्टूबर 2019 में विधानसभा की 11 सीटों पर हुए उप चुनाव में भाजपा ने नौ सीटें जीती थीं। नवंबर 2020 में सात सीटों पर हुए उप चुनाव में भाजपा ने छह सीटों पर जीत दर्ज की। विधान परिषद की शिक्षक-स्नातक क्षेत्र की 12 सीटों के चुनाव में भी भाजपा ने नौ सीटें जीतीं। पंचायत चुनाव में पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में 75 में से 67 जिलों में भाजपा पहली बार काबिज हुई। ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में भी भाजपा ने 648 सीटों पर कब्जा जमाया है।
लोकसभा उपचुनाव और विधान परिषद में खिला कमल
अप्रैल 2022 में यूपी विधान परिषद में स्थानीय निकाय क्षेत्र की 36 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा ने 33 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं हाल ही में संपन्न हुए आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की। स्वतंत्रदेव सिंह के नेतृत्व में भाजपा ने सपा का गढ़ मानी जाने वाली लोकसभा सीट आजमगढ़ और रामपुर को छीन ली। इससे भाजपा ने प्रदेश की जनता को बड़ा संदेश देने का काम किया है।
कार्यकर्ताओं के लिए खुला रहता है स्वतंत्र दरबार
भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद स्वतंत्र देव सिंह ने पहला काम किया कि उन्होंने अपना दरवाजा आम कार्यकर्ताओं के लिए खोल दिया। उन्होंने तय किया कि अगर वह लखनऊ में हैं तो आवास पर आने वाले सभी कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। प्रदेशभर से कार्यकर्ता उनके पास आने लगे। इससे जहां कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा, वहीं स्थानीय स्तर की समस्याएं भी सीधे उन तक पहुंच सकीं।
स्वर्णिम उपलब्धियों वाला रहा स्वतंत्रदेव सिंह का कार्यकाल
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह का तीन वर्ष का कार्यकाल अपने आप में स्वर्णिम उपलब्धियों वाला रहा। स्थानीय निकाय के चुनाव,पंचायत चुनाव, ब्लाक प्रमुख के चुनाव, उप चुनाव रहे हों या वर्ष 2022 का विधान सभा, सब में हुई शानदार जीत के लिए संगठन के मुखिया के नाते स्वतंत्रदेव सिंह को इसका श्रेय जाता है।
हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि 2022 के विधान सभा चुनाव में जनता ने सरकार की उपलब्ध्यिों पर वोट दिया। यह पहली बार हुआ है। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर जनता को योजनाओं का लाभ दिलाया। इसके अलावा कोविड के चुनौतीपूर्ण समय में भी स्वतंत्रदेव सिंह ने सेवा समर्पण कार्यक्रम चलाकर भाजपा कार्यकर्ताओं को जनता की सेवा में लगाया। इसके अलावा स्वतंत्रदेव सिंह ने भाजपा कार्यकर्ताओं को सामाजिक सरोकारों से जोड़ने का भी कार्य किया।