01 November, 2024 (Friday)

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा ने बनाई रणनीति पंचायत चुनाव के लिए प्रभारी अश्वनी तिवारी ने किया मंथन पूरे दमखम के साथ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लडे़गी बीजेपी

एटा। उत्तर प्रदेश में मिशन-2022 से पहले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव जीतने को प्रतिष्ठा प्रश्न बनाकर तैयारी में जुटे भारतीय जनता पार्टी के नेता संवाद और संपर्क बढ़ाने के लिए गांवों में डेरा डालेंगे। जिला पंचायत सदस्य चुनाव में पार्टी सीधे मैदान में उतरेगी और फोकस बड़ी ग्राम पंचायतों पर किया जाएगा। पार्टी पदाधिकारियों को स्वयं चुनाव लड़ने की छूट रहेगी, लेकिन परिजनों को नहीं लड़ा सकंेगे। ताकि आम कार्यकर्ताओं को मौका मिल सके।
बुधवार को ब्रज प्रदेश पंचायत प्रभारी अश्वनी कुमार तिवारी और सुनील बसंल ने संयुक्त रूप से पार्टी कार्यालय पर पहंुचकर पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं की बैठक कर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर रणनीति तैयार की। इस दौरान कहा कि पार्टी पूरे दमखम के साथ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लड़ेगी, प्रत्याशी पूरी तैयारी कर लें।
बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि जिला पंचायत के वार्ड को मजबूत करने के लिए भारतीय जनता पार्टी प्रत्येक वार्ड में एक महासम्मेलन और महा अभियान चलाएगी। किसी भी कार्यकर्ता के प्रधानी का चुनाव और बीड़ीसी से चुनाव लड़ने में पार्टी को कोई आपत्ति नहीं है। परंतु जिला पंचायत वार्ड पर कोई भी प्रत्याशी की खिलाफत करता है तो पार्टी उसको 6 साल के लिए निष्कासित करेगी। प्रत्येक कार्यकर्ताओं को पूरे जोश और सुर के साथ चुनाव लड़ना है।
भाजपा जिला पंचायत वार्ड के चुनाव पार्टी के सिंबल पर और बैनर पर लड़ेगी। परंतु बीडीसी और प्रधानी का चुनाव बिना किसी सिंबल के और बैनर के लड़ेगी, परंतु कोशिश करेगी कि ज्यादा ब्लाक प्रमुख जीते और ज्यादा प्रधान बनें। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ की आबादी में भारतीय जनता पार्टी 19000 हजार कार्यकर्ताओं को समायोजन कर चुकी है। अभी 6000 कार्यकर्ताओं का पार्टी में समायोजन और करना है।

 

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