तीसरे टेस्ट मैच में भारत के खिलाफ क्या था इंग्लैंड का ‘गेम प्लान’, कोच ने किया खुलासा
इंग्लैंड के मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड ने कहा कि ‘नियंत्रित आक्रामकता’ ने लार्ड्स में अपमानजनक हार के बाद मेजबान टीम को भारत के खिलाफ लीड्स टेस्ट में वापसी करने में मदद की। पांच मैचों की सीरीज में 0-1 से पिछड़ने के बाद इंग्लैंड की टीम ने हेडिंग्ले में भारत को एक पारी और 76 रन से हरातर श्रृंखला में बराबरी हासिल की। सीरीज के पहले और दूसरे मैच में जुबानी जंग देखने को मिली थी, लेकिन तीसरे मैच में ऐसा कुछ नहीं हुआ।
लार्ड्स टेस्ट इंग्लैंड के लिए एक शर्मनाक मैच रहा था, क्योंकि टीम पांचवें दिन के आखिरी दो सत्रों में ढेर हो गई थी। हालांकि, लीड्स में इंग्लैंड ने भारत को पहली पारी में 78 रनों पर आउट करने के बाद केवल तीन दिनों में मैच अपने नाम कर लिया। सिल्वरवुड ने कहा कि तीसरे टेस्ट में इंग्लिश गेंदबाजों ने सही जगह प्रहार किया, जिससे भारतीय टेल-एंड बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ गया। कप्तान जो रूट और उनकी टीम की मेहनत रंग लाई।
क्रिस सिल्वरवुड ने वर्चुअल प्रेस कान्फ्रेंस में कहा, “जो रूट और मैंने लार्ड्स टेस्ट में मिली हार पर विचार किया और सोचा कि हम क्या सीख सकते हैं और हम कैसे बेहतर हो सकते हैं। और मुझे लगता है कि उन्होंने (हेडिंग्ले में) जो किया उसके आसपास नियंत्रित आक्रामकता थी। उन्होंने जिस तरह से लेंथ पर प्रहार किया, जिस तरह से उन्होंने भारत के पुछल्ले बल्लेबाजों पर दबाव बनाया और उन्हें हर समय निर्णय लेने के लिए मजबूर किया। मुझे लगता है कि आप बहुत नियंत्रित तरीके से आक्रामक हो सकते हैं और मुझे लगता है कि उन्हें यह सही लगा।”
सिल्वरवुड ने ये भी माना कि भारत विश्व क्रिकेट की शीर्ष टीमों में शामिल है। ऐसे में हम उन्हें कमजोर नहीं समझ सकते। उन्होंने कहा, “उनके शीर्ष पर पहुंचने की कुंजी है, क्योंकि हम जानते हैं कि वे बहुत अच्छी टीम हैं। एक बार जब वे शीर्ष पर पहुंच जाते हैं तो उन्हें रोकना मुश्किल होता है। हमने उन्हें बैकफुट पर रखा और हमने दबाव बनाए रखा, इसलिए आप जानते हैं, यह दिखाता है कि हम क्या कर सकते हैं। लोगों ने गेम प्लान को बखूबी अंजाम दिया। यह दिखाता है कि एक बार जब आप लोगों को बैकफुट पर ला देते हैं, तो दबाव बढ़ जाता है।”