टेस्ट क्रिकेट से बाहर होना निराशाजनक था, दुख हुआ लेकिन किसी को दोष नहीं दे सकता था : केएल राहुल
भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने कहा कि वह दो साल पहले टेस्ट टीम से बाहर किए जाने से निराश थे, लेकिन वे इसके लिए किसी दोष नहीं दे सकते थे, क्योंकि उनका प्रदर्शन खराब रहा था। राहुल ने इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे लार्ड्स टेस्ट में गुरुवार को शानदार शतक लगाया, लेकिन तेज गेंदबाज ओली रोबिन्सन ने शुक्रवार को खेल के दूसरे दिन दूसरी गेंद ही पर भारतीय सलामी बल्लेबाज को चलता कर दिया।
राहुल ने रोहित शर्मा को बीसीसीआइ. टीवी पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में बताया, ‘यह बहुत खास है। इसलिए नहीं कि मैंने लार्ड्स में शतक जड़ा। इससे खुशी और उत्साह और भी बढ़ जाता है। मैं पिछले कुछ वर्षों से टेस्ट क्रिकेट से दूर । मैं एक टेस्ट क्रिकेटर बनना चाहता हूं और सबसे लंबा प्रारूप खेलना चाहता हूं। मैं जिस पीढ़ी में पला-बढ़ा हूं, मेरे पिता टेस्ट क्रिकेट से प्यार करते हैं और मेरे कोच हमेशा चाहते थे कि मैं इस प्रारूप में अच्छा करूं।’
राहुल ने यह भी कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट मेरे दिल के बहुत करीब है। टेस्ट क्रिकेट से बाहर होना निराशाजनक था। इससे दुख हुआ, लेकिन मैं किसी को दोष नहीं दे सकता था। मैंने बस मौके मिलने का इंतजार किया। फिर जिस तरह से मुझे मौका मिला उसे देखकर मुझे लगता है कि यह होना ही था। मैंने बस अपनी बल्लेबाजी का आनंद लिया। लार्ड्स में 100 रन बनाना इसे और खास बनाता है।’
बता दें कि अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन की अगुआई में इंग्लैंड के गेंदबाजों ने भारत के पहली पारी में बड़ा स्कोर खड़ा करने के मंसूबों पर पानी फेर दिया। एंडरसन ने भारतीय बल्लेबाजों पर अंकुश लगाते हुए 62 रन देकर पांच विकेट अपने नाम किए, जिसके चलते भारतीय टीम सिर्फ 364 रन पर सिमट गई। दूसरे दिन भारतीय टीम ने 88 रन जोड़ने में अपने अंतिम सात विकेट गंवा दिए। वहीं इंग्लैंड ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक तीन विकेट पर 119 रन बनाए थे। कप्तान जो रूट 48 और जानी बेयरस्टो छह रन बनाकर खेल रहे हैं।