टेलिकॉम सेक्टर में चीनी एंट्री पर लगेगा प्रतिबंध, सरकार तैयार कर रही प्लान
केंद्र सरकार की तरफ से टेलिकॉम सेक्टर के लिए नया सिक्योरिटी प्लान लाया जाएगा, जिससे टेलिकॉम सेक्टर में चीनी एंट्री पर प्रतिबंध लगाने में मदद मिलेगी। बता दें कि हाल ही में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में नेशनल सिक्योरिटी कमेटी ऑन टेलिकॉम को स्थापित करने को मंजूरी दी गई है, जिसके तहत केंद्र सरकार टेलिकॉम सेक्टर से जुड़े कई वेंडर्स को ब्लैकलिस्ट करने की योजना पर काम कर रही है। इससे चीन को जोरदार झटका लग सकता है। दरअसल चीन से टेलिकॉम सेक्टर के लिए बड़े पैमाने पर टेक्नोलॉजी का आयात किया जाता है। साथ ही चीन के पास उन्नत दर्जे की 5G टेक्नोलॉजी मौजूद है।
सरकार को चीनी टेक्नोलॉजी पर भरोसा नहीं
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार को आशंका है, कि चीनी टेक्नोलॉजी को जासूसी और हैकिंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी वजह से केंद्र सरकार भरोसेमंद और गैर भरोसेमंद उपकरण, वेंडर्स और टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर की एक लिस्ट बना रही है। हालांकि सरकार की तरफ से किसी देश, या फिर क्षेत्र को प्रतिबंधित करन को लेकर कोई सूचना नही दी है। बता दें कि केंद्र सरकार की तरफ से हाल ही में 200 चीनी मोबाइल ऐप्स को बैन किया गया है, साथ ही Huawei के 5G ट्रायल पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक भारत उन टॉप-3 देशों में शामिल हैं, जहां साल 2019 के दौरान सबसे ज्यादा साइबर हमले हुए हैं। इस दौरान इंडियन कंप्यूटर अमर्जेंसी रेस्पांस टीम-CERT-In की तरफ से 3 लाख साइबर हमलों की गणना की गई है।
साइबर हमलों से देश को नुकसान
सरकार की तरफ से संसद को जानकारी दी गई कि अगस्त 2020 तक भारतीय नागरिक, सरकार और बिजनेस के जुड़े करीब 7 लाख लोगों को साइबर हमलों का सामना करना पड़ा है। साइबर हमलों से पिछले साल करीब 1.24 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। ऐसे में अगर सही समय पर कदम नही उठाया गया, तो 5G के आने से साइबर हमलों में ज्यादा इजाफा हो सकता है।