टाटा ने तेज की एयर इंडिया की ड्यू डिलिजेंस प्रक्रिया, सितंबर में खत्म हो रही बोली दाखिल करने की समय सीमा
टाटा ग्रुप ने सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के अधिग्रहण के लिए ड्यू डिलिजेंस की प्रक्रिया तेज कर दी है। उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि टाटा ग्रुप की कंपनियों के अधिकारियों ने एयर इंडिया की विभिन्न साइट का हाल के दिनों में निरीक्षण किया है। इस दल में एयर एशिया इंडिया, टीसीएस और टाटा ग्रुप की इन्य कंपनियों के अधिकारी शामिल रहे हैं। उन्होंने एयर इंडिया की परिचालन और प्रशासनिक साइट्स का निरीक्षण किया है।
सूत्रों के अनुसार ग्रुप एयर इंडिया के मानव संसाधन वाले हिस्से पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रहा है।यह घटनाक्रम इसलिए ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि एयर इंडिया के लिए अंतिम बोली लगाने की अवधि सितंबर में खत्म हो रही है। एयर इंडिया ने टाटा ग्रुप और खुद के बीच बेहतर समन्वय के लिए विनिवेश इकाई का गठन किया है।
कंपनी अपनी विभिन्न साइट पर टाटा ग्रुप के अधिकारियों के निरीक्षण को पूरी मदद मुहैया करा रही है। इतना ही नहीं, कंपनी ने टाटा ग्रुप को अपनी टिकटिंग और चेक-इन काउंटर जैसे आंतरिक परिचालन क्षेत्रों तक भी पहुंच सुनिश्चित की है।पिछले सप्ताह टाटा ग्रुप की टीम ने कोलकाता के अलावा नई दिल्ली में कंपनी के कॉरपोरेट ऑफिस का भी निरीक्षण किया है। बीते शुक्रवार को टीम ने नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट स्थित एयर इंडिया की विभिन्न साइट का निरीक्षण किया, जो वर्तमान में कंपनी का सबसे बड़ा परिचालन केंद्र है।
मुंबई स्थित एक सूत्र ने कहा कि टाटा ग्रुप अपनी दो एयरलाइन कंपनियों एयर एशिया इंडिया और विस्तारा के जरिये एयर इंडिया के तकनीकी पहलुओं की जानकारी ले रहा है। ग्रुप का दल फिलहाल एयर इंडिया की लागत से जुड़े मुद्दों की गहराई से पड़ताल कर रहा है। इस दल ने कंपनी से ग्राहकों की शिकायतों और पुरानी फाइल का भी विवरण मांगा है।