तालिबान ने अफगानिस्तान में नए क्षेत्रों पर जमाया कब्जा, महिलाओं को ‘जिहाद अल-निकाह’ के लिए कर रहा मजबूर
काबुल, एएनआइ। अफगानिस्तान में पिछले कुछ दिनों में तालिबान के कब्जे वाले क्षेत्रों में भयावह हिंसा देखने को मिल रही है। तालिबान के आतंकी नागरिकों और ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मियों की हत्या के साथ-साथ घरों पर भी बमबारी कर रहे हैं, यही नहीं कई जगहों से महिलाओं पर हमले की खबरें भी आई हैं।
तालिबान नए क्षेत्रों पर कब्जा करने के साथ ही शरिया कानूनों के तहत कठोर और दमनकारी नियमों को लागू करने की कोशिश कर रहा है, जिसमें छोटे से छोटे अपराधों या नियमों के उल्लंघन के लिए मौत की सजा है। तालिबान द्वारा जारी एक फतवे में महिलाओं को पुरुष साथियों के बिना अपने घरों से बाहर जाने से मना किया गया है, जबकि पुरुषों को दाढ़ी बढ़ाने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
एक सामाजिक कार्यकर्ता मेराजुद्दीन शरीफी ने कहा कि महिलाओं पर और अधिक प्रतिबंध लगाया गया है। उन्हें टैक्सी की सवारी करने की मनाही है और हमेशा बुर्के में रहने को कहा गया है। इसके अलावा तालिबान ने संगीत या किसी भी ऑडियो-विजुअल मनोरंजन के उत्पादन और वितरण पर प्रतिबंध लगा दिया है।
तालिबान द्वारा नागरिकों पर हमले में बच्चों सहित सैकड़ों निर्दोष लोगों की मौत हुई है। इनसाइडओवर की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले तीन महीनों में 9 लाख से अधिक लोगों के विस्थापित होने की सूचना है। अफगानिस्तान स्वतंत्र मानवाधिकार आयोग (AIHRC) ने बताया है कि 2021 के पहले छह महीनों में 2,957 नागरिकों के हताहत होने की सूचना है। इन असैन्य हताहतों में से 48.5 प्रतिशत के लिए तालिबान जिम्मेदार था।
अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बीच तालिबान ने रविवार को तखर प्रांत की राजधानी तालुकान शहर पर कब्जा कर लिया है। यह तब हुआ जब आतंकी समूह ने पुलिस मुख्यालय, गवर्नर के परिसर और अफगान प्रांतीय राजधानी कुंदुज की जेल पर कब्जा कर लिया। इससे पहले तालिबान ने जावजान प्रांत की राजधानी शेबरघन और निमरोज प्रांत की राजधानी जरांज पर कब्जा कर लिया था।