सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह केस में दो पुलिस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई, एसएसपी को क्लीन चिट
उत्तर प्रदेश के घोषी से सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़ित युवती की मौत के मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर शासन ने दो अपर पुलिस अधीक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की है। वाराणसी में अपर पुलिस अधीक्षक और तत्कालीन अपर पुलिस उपायुक्त विकास चंद्र त्रिपाठी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। विकास चंद्र त्रिपाठी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा है। वहीं, वाराणासी के तत्कालीन अपर पुलिस अधीक्षक विनय कुमार सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब तलब किया गया है। तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक को क्लीन चिट दे दी गई है। प्रकरण में पूर्व आइपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
घोसी सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़ित युवती और उसके पैरोकार युवक ने बीती 16 अगस्त को दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के गेट के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था। दोनों की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। पीड़ित युवती व उसके पैरोकार युवक ने सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह से पहले फेसबुक पर लाइव वीडियो वायरल कर कई पुलिस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे।
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले की गंभीरता को देखकर पूरे प्रकरण की जांच डीजी व एडीजी की संयुक्त टीम को सौंपी थी। डीजी उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड आरके विश्वकर्मा व एडीजी महिला व बाल सुरक्षा संगठन नीरा रावत पिछले दिनों अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी।
बता दें कि डीजी व एडीजी की संयुक्त जांच टीम की अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर ही लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में पूर्व सांसद अतुल राय व आइपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर के विरुद्ध पीड़ित युवती को आत्महत्या के लिए उकसाने समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज हुई थी। अमिताभ ठाकुर से भी दो बार पूछताछ की गई थी। डीजी व एडीजी ने पीड़ित युवती की