शेयर बाजारों में रौनक लौटी, दो दिन में निवेशकों को 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान
मंगलवार को Sensex 58,630 अंक पर खुला। यह कल के बंद से करीब 150 अंक ऊपर था। HCL Tech, Hindunilvr समेत ज्यादातार कंपनियों के शेयर चढ़े हुए हैं। उधर Nifty भी 17,396.90 के कल के बंद के मुकाबले 17,450.50 अंक पर खुला। दोनों ही इंडेक्स दो दिन की गिरावट के बाद ऊपर खुले हैं।
सोमवार को वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच शेयर बाजार में दो दिन की गिरावट से निवेशकों की संपत्ति 5,31,261.2 करोड़ रुपये घट गई है। बाजार में लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही और तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स सोमवार को 524.96 अंक यानी 0.89 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 58,490.93 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 626.2 अंक तक लुढ़क गया था। एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, टाटा स्टील और आईसीआईसीआई बैंक में भारी नुकसान से बाजार में गिरावट आई।
इससे पिछले कारोबारी सत्र शुक्रवार को सेंसेक्स 125.27 अंक यानी 0.21 प्रतिशत टूटकर 59,015.89 अंक पर बंद हुआ था। दो दिन की गिरावट के साथ बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5,31,261.2 करोड़ रुपये घटकर 2,55,47,093.92 करोड़ रुपये पर आ गया।
लगातार दो कारोबारी सत्रों में शेयर बाजार में गिरावट से निवेशकों की संपत्ति 5,31,261.2 करोड़ रुपये घट गयी। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में टाटा स्टील 9.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ सबसे ज्यादा नुकसान में रहा। इसके बाद स्टेट बैंक, इंडसइंड बैंक और एचडीएफसी शामिल रहे।
जुलियस बेअर के कार्यकारी निदेशक मिलिंद मुचाला ने कहा कि ऐसा लगता है कि अंतत: भारतीय बाजार में तेजी पर कुछ अंकुश लगा है। इसका प्रमुख कारण वैश्विक बाजारों में बिकवाली दबाव है। निवेशकों के मन में दो चीजें चल रही हैं। पहला, फेडरल रिजर्व की बैठक और चीन में जमीन जायदाद के विकास से जुड़ी एक प्रमुख कंपनी पर दबाव के कारण रियल एस्टेट बाजार में अनिश्चितता।
मुचाला के अनुसार बाजार उत्सुकता से फेडरल रिजर्व के बॉन्ड खरीद कार्यक्रम में कमी को लेकर समयसीमा और मात्रा के बारे में स्पष्ट रुख का इंतजार कर रहा है। हमारा मानना है कि इस सप्ताह होने वाली बैठक में बॉन्ड खरीद में कमी के बारे में पहले से सूचना दी जा सकती है। उसके बाद नवंबर में होने वाली बैठक में इसकी औपचारिक घोषणा की जा सकती है।