सपा प्रबुद्ध सभा भी ब्राह्मण वोट बटोरने के लिए छेड़ेगी अभियान, हर ब्लाक में होगी प्रबुद्ध गोष्ठी
उत्तर प्रदेश में बेहद चुनौतीपूर्ण नजर आ रहे अगले विधानसभा चुनाव में हर राजनीतिक दल जातीय गणित के मजबूत समीकरण के साथ उतरना चाहता है। दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों को रिझाने के तमाम जतन के बीच प्रबुद्ध जन की बात कर सभी पार्टियां खास तौर पर ब्राह्मणों को अपनी ओर खींचने के प्रयास में हैं। बहुजन समाज पार्टी 75 जिलों में सम्मेलन कर चुकी है। मंगलवार को उसका अभियान समाप्त हुआ। पहले भी ऐसे कुछ कार्यक्रम कर चुकी समाजवादी पार्टी ने चार बड़े सम्मेलन सहित हर ब्लाक में प्रबुद्ध गोष्ठी आयोजित करने की रूपरेखा बनाई है।
समाजवादी प्रबुद्ध सभा प्रदेश कार्यकारिणी और जिला-महानगर अध्यक्षों की बैठक प्रदेश मुख्यालय में हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रबुद्ध सभा के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री डा. मनोज कुमार पांडेय ने की, जबकि मुख्य अतिथि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल थे। यहां तय हुआ कि नौ सितंबर से ब्लाक स्तर पर प्रबुद्ध गोष्ठियां आयोजित की जाएंगी। यह अभियान पंद्रह दिन तक चलेगा।
इसके अलावा जिस बुंदेलखंड में भाजपा ने पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में दूसरे दलों का लगभग सफाया कर दिया, वहां भी सपा प्रबुद्ध या कहें कि ब्राह्मणों के सहारे पैर जमाना चाहती है। यही वजह है कि वहां बड़े सम्मेलन की रूपरेखा बनाई है। 12 सितंबर को औरैया, 17 को फतेहपुर, 18 को चित्रकूट और 19 सितंबर को बांदा में प्रबुद्ध सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नरेश उत्तम पटेल ने मनोज पांडेय की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश का प्रबुद्ध समाज इनकी ओर देख रहा है। सपा ने इस वर्ग को सम्मानजनक राजनीतिक भागीदारी दी है। वहीं, मनोज पांडेय ने कहा कि पिछले बीस वर्षों में प्रदेश की सरकार बनाने में इस समाज की अहम भूमिका रही है। अब महसूस किया है कि प्रदेश का विकास अखिलेश यादव के हाथों से ही संभव है। प्रबुद्ध वर्ग को पार्टी से जोड़ने का प्रयास लगातार चल रहा है।