कंझावला मामले में छठा आरोपी आशुतोष भी गिरफ्तार, एक्सीडेंट के बाद आरोपियों से लेकर गया था कार
कंझावला मामले में छठे आरोपी आशुतोष को दिल्ली पुलिस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। आशुतोष का कैरेक्टर वही है जो आरोपियों से कार लेकर गए थे। यमुना पार से आशुतोष गिरफ्तार किया गया है। जांच में ये भी सामने आया है दीपक गाड़ी में था ही नहीं, उसकी लोकेशन से पता लगा वो एक्सीडेंट के वक्त अपने घर पर मौजूद था। जानकारी सामने आई है कि आशुतोष की कार से ही अंजलि को घसीटा गया था। आशुतोष को यमुना पार से किया गिरफ्तार किया गया है।
गाड़ी चला रहा था अमित, दीपक के नाम पर किया गुमराह
सूत्रों की मानें तो गाड़ी अमित चला रहा था जो दीपक का रिश्तेदार है। लेकिन अमित के पास लाइसेंस नहीं था इसलिए दीपक को दिखाया गया कि वो गाड़ी चला रहा था। आरोपियों का साथ देने और जांच गुमराह करने के लिए दीपक को गिरफ्तार किया गया है। जांच में सामने आया है कि दीपक गाड़ी में था ही नहीं, उसकी लोकेशन से पता लगा कि वो एक्सीडेंट के वक्त अपने घर पर मौजूद था। जोन II के स्पेशल सीपी/लॉ एंड ऑर्डर सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि सुल्तानपुरी के कंझावला मामले में पुलिस को झूठी सूचना देने वाले छठे आरोपी आशुतोष को गिरफ्तार किया गया है। मामले में आगे की जांच जारी है।
FIR में सबूत मिटाने की धारा जोड़ी गई
बता दें कि कंझावला केस में इससे पहले कल दिल्ली पुलिस ने FIR में एक और संगीन धारा जोड़ी थी। पुलिस ने एफआईआर में आईपीसी की धारा 201 जोड़ी थी यानी सबूत मिटाने की धारा ऐड की गई है। जिस तरह पुलिस को गुमराह किया गया कि गाड़ी दीपक चला था था फिर गाड़ी छिपाई गई, इस सबको देखते हुए पुलिस ने मामले में आईपीसी की धारा 201 जोड़ी है। अब तक इस मामले की FIR में धारा 279,304A,304 सेक्शन थे लेकिन अब एक और सेक्शन 201 जोड़ा गया है।