श्रद्धा वालकर हत्याकांड पर स्मृति ईरानी बोलीं- अगर सच में आफताब ने प्यार किया होता तो…
नई दिल्ली, पीटीआइ। श्रद्धा वालकर हत्याकांड का खुलासा होने के बाद से महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को लेकर एकबार फिर चर्चा छिड़ गई है। इस घटना की कई बड़े नेताओं ने निंदा की है। अब केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी का श्रद्धा वालकर की नृशंस हत्या पर बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर चर्चा करने की जरूरत है और इस तथ्य पर भी चर्चा करने की जरूरत है कि इस मामले में श्रद्धा को मदद के नाम पर कुछ नहीं मिल सका।
आफताब ने प्यार किया होता तो ऐसा न होता
एक सम्मेलन में बोलते हुए ईरानी ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर चर्चा की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी गुस्सा में आकर महिला के टुकड़े नहीं कर सकता है। कोई भी उस महिला को पीटना जारी नहीं रखता है जिसे वह प्यार करने का दावा करता है और आफताब ने भी अगर प्यार किया होता तो ऐसा नहीं करता। उन्होंने कहा कि श्रद्धा के साथ आफताब का दुर्व्यवहार निरंतर था, तथ्य यह है कि दुर्व्यवहार की बात कई सारे लोगों को पता थी और किसी ने मदद नहीं की।
महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर चर्चा की आवश्यकता
स्मृति ईरानी ने कहा कि संबंध बनाकर रह रहे कपल में हिंसा को लेकर व्यापक रूप से लोगों में चर्चा की आवश्यकता है, क्योंकि साथी द्वारा हिंसा और महिला के परिवार के सदस्यों द्वारा हिंसा कुछ ऐसी चीजें हैं जो राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो में लगातार बढ़ता दिख रहा है। उन्होंने कहा, “इसलिए जब हम महिला सुरक्षा की बात करते हैं तो साथी द्वारा महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर चर्चा करने की जरूरत है।
पढ़े-लिखे पुरुष भी कर रहे महिलाओं के खिलाफ हिंसा
ईरानी ने कहा कि पहले यह सोचा जाता था कि यदि कोई पुरुष महिलाओं की पिटाई करता है तो वह शिक्षित नहीं है, लेकिन अब यह देखा गया है कि घरेलू हिंसा एक ऐसा मुद्दा नहीं है जो केवल उन पुरुषों से संबंधित है जो पढ़े-लिखे नहीं हैं। उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा के लिए अब पढ़े लिखे लोग भी जिम्मेदार पाए जा रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या यह लव जिहाद का मामला है, ईरानी ने कहा, “मुझे लगता है कि हम एक बहुत ही जघन्य अपराध को हल्का कर रहे हैं।”
आफताब ने श्रद्धा के किए थे 35 टुकड़े
बता दें कि आफताब अमीन पूनावाला (28) ने कथित तौर पर श्रद्धा वालकर (27) को गला घोंट कर मार डाला था और उसके शरीर को 35 टुकड़ों में काट दिया था। इसके बाद उसने कई दिनों तक इन टुकड़ों को दक्षिण दिल्ली के महरौली के जंगलों में फैंकने से पहले अपने घर पर लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर के फ्रिज में रखा था।