शाहनवाज आलम बोले- देवबंद का अपमान वही कर सकता है जिसके पूर्वज अंग्रेजों के मुखबिर रहे हों
UP कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष शाहनवाज आलम ने देवबंद में एटीएस के कमांडो सेंटर खोले जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने इसे देवबंद को बदनाम करने की साजिश करार दिया है.
शाहनवाज आलम ने कहा कि देवबंद की छवि बिगाड़ने की ये कोशिश स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े सभी संस्थानों और लोगों का अपमान है. क्योंकि देवबंद मदरसे से निकले हजारों उलेमाओं ने कांग्रेस के साथ मिलकर अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया था और शहादत दी थी. उन्होंने कहा कि देवबंद की छवि बिगाड़ने का काम वही लोग कर सकते हैं, जिनके पूर्वज अंग्रेजों से माफी मांगते थे और कांग्रेस नेताओं की जासूसी करते थे.
हिमानी सावरकर पर साधा निशाना
शहनवाज आलम ने कहा कि 2007 में मालेगांव, समझौता एक्सप्रेस, मक्का मस्जिद, अजमेर शरीफ दरगाह पर हुए आतंकी हमलों और पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की हत्या की साजिश रचने में पकड़े गए संघी तत्वों ने एटीएस के पूछताछ में बहुत सारे लोगों के नाम लिए थे जो आज दुर्भाग्य से प्रदेश चला रहे हैं. शहनवाज आलम ने नाथूराम गोडसे और वीडी सावरकर के परिवार से ताल्लुक रखने वाली हिमानी सावरकर पर भी जमकर निशाना साधा.
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यह दुखद है कि जो लोग खुद देश विरोधी गतिविधियों के कारण एटीएस की जांच के दायरे में रहे हों, वो आज अंग्रेजों से लड़ने वाले देश भक्त संस्थानों पर एटीएस का पहरा लगाने की बात कर रहे हैं.
पहले कांग्रेस ने किया था समर्थन
बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने पहले देवबंद में एटीएस का कमांडो ट्रेनिंग सेंटर खोले जाने का स्वागत किया था, लेकिन अब प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष ने न सिर्फ इसका विरोध किया है बल्कि योगी आदित्यनाथ और यूपी सरकार को भी हिंदू टेरर से जोड़ने की कोशिश की है.