एसजीपीसी ने अगरबत्ती कंपनी द्वारा गुरबानी छंदों का उपयोग करने की जांच के दिये आदेश
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने जपुजी साहिब के गुटका साहिब (हाथ) को हिंदी भाषा में प्रकाशित करने और अपनी कंपनी के विज्ञापन को छापने के लिए चंडीगढ़ स्थित अगरबत्ती कंपनी ‘देव दर्शन’ का सख्त नोटिस लिया है।
मामला सामने आने के बाद एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने एसजीपीसी की धर्म प्रचार समिति (डीपीसी) के धार्मिक जांच विभाग से जांच के लिए टीम भेजने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता कि कोई व्यावसायिक हितों के लिए गुरबानी का इस्तेमाल करे। उन्होंने कहा कि जांच की रिपोर्ट के आधार पर संबंधित कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एसजीपीसी के सहायक सचिव मीडिया कुलविंदर सिंह ने सोमवार को जानकारी दी कि एक व्यक्ति ने इस मामले को एसजीपीसी के संज्ञान में लाया और इसका संज्ञान लेते हुए एसजीपीसी अध्यक्ष ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ स्थित यह फर्म ‘देव दर्शन’ के नाम से अगरबत्ती बनाती है। इस कंपनी ने हिंदी भाषा में जपुजी साहिब का गुटका साहिब तैयार किया है और वह उसी पर अपनी कंपनी का विज्ञापन कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कंपनी गुटका साहिब को अगरबत्ती के डिब्बे में पैक करके भेज रही है। यह मामला बेहद गंभीर है, जिससे सिख संगत की भावनाओं को ठेस पहुंची है और साथ ही यह पवित्र गुरबानी का अपमान भी है। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए एसजीपीसी अध्यक्ष ने जांच के आदेश दिए हैं और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।