कमजोर वैश्विक रुख से सेंसेक्स दो माह के निचले स्तर पर
अमेरिका में महंगाई काे नियंत्रित करने के लिए फेड रिजर्व के ब्याज दरों में तेज वृद्धि के रुख से वैश्विक अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी पड़ने की आशंका से हताश निवेशकों की चौतरफा बिकवाली से आज सेंसेक्स दो माह के निचले स्तर 54835.58 अंक पर आ गया।
इसके साथ ही चीन की शून्य काेविड नीति से आर्थिक विकास प्रभावित होने की आशंका से सहमे निवेशकों की निवेश धारणा कमजोर पड़ने से एशिया समेत अंतराष्ट्रीय बाजार में गिरावट देखी गई। इसके दबाव में बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 866.65 अंक लुढ़ककर दो माह के निचले स्तर 55 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 54835.58 अंक पर आ गया। इससे पूर्व सेंसेक्स 09 मार्च को 54647.33 अंक पर रहा था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 271.40 अंक गिरकर 16411.25 अंक पर आ गया।
बीएसई की बड़ी कंपनियों से अधिक छोटी और मझौली कंपनियों पर बिकवाली का दबाव रहा। मिडकैप 2.06 प्रतिशत टूटकर 23,129.61 अंक और स्मॉलकैप 2.10 प्रतिशत का गोता लगाकर 27,092.41 अंक पर रहा। इस दौरान बीएसई में कुल 3460 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2519 में बिकवाली जबकि 835 में लिवाली हुई वहीं 106 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई में 39 कंपनियाें में तेजी जबकि 11 में मंदी रही।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में गिरावट का रुख रहा। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.74, जर्मनी का डैक्स 0.96, हांगकांग का हैंगसेंग 3.81 और चीन का शंघाई कंपोजिट 2.16 प्रतिशत लुढ़क गया जबकि जापान के निक्केई में 0.69 प्रतिशत की बढ़त रही।
इस दौरान जबरदस्त बिकवाली से बीएसई के पावर और यूटिलिटीज समूह की 0.57 फीसदी तक की तेजी को छोड़कर शेष 17 समूहाें में गिरावट रही। बेसिक मैटेरियल्स 2.80, सीडीजीएस 2.16, वित्त 2.21, हेल्थकेयर 1.70, इंडस्ट्रियल्स 1.77, आईटी 2.27, ऑटो 1.64, बैंकिंग 1.74, कैपिटल गुड्स 1.55, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 2.41, धातु 3.10, टेक 2.00 और रियल्टी समूह के शेयर 3.53 प्रतिशत लुढ़के।